
(रिपोर्ट: प्रेम कुमार साहू)
- सड़क सुरक्षा जागरूकता कार्यशाला में चालकों को दिए गए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश
गुमला: गुमला जिले में रविवार को गुमला थाना के समीप स्थित चेटर में ड्राइवर महासंघ द्वारा एक चालक जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सड़क सुरक्षा के प्रति चालकों को जागरूक करना और दुर्घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक सावधानियों की जानकारी देना था। कार्यशाला में सड़क सुरक्षा प्रबंधक प्रभाष कुमार, राज्य सचिव जीतन प्रजापति, राज्य प्रवक्ता सोमेन मुंडा, तथा कई अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।
बैठक में 40 से 50 चालक शामिल हुए, जिन्हें सड़क सुरक्षा से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी दी गई। कार्यक्रम के दौरान प्रोजेक्टर के माध्यम से सड़क दुर्घटनाओं से जुड़ी ऑडियो-विजुअल क्लिप दिखाकर यह समझाया गया कि लापरवाही से होने वाली दुर्घटनाएं किस प्रकार जानलेवा साबित हो सकती हैं। साथ ही, यह भी बताया गया कि सुरक्षा नियमों का पालन करके इन दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है।
सड़क सुरक्षा के महत्वपूर्ण बिंदु
कार्यशाला के दौरान रोड सेफ्टी मैनेजर प्रभाष कुमार ने ड्राइवरों को सुरक्षा नियमों, इंश्योरेंस, लाइसेंस, और सरकारी योजनाओं से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान कीं। उन्होंने विशेष रूप से निम्नलिखित बिंदुओं पर प्रकाश डाला:
1. इंश्योरेंस के महत्व पर जोर
- कई लोग इंश्योरेंस प्रीमियम कम करवाने के लिए छूट (डिस्काउंट) लेने की गलती करते हैं, लेकिन यह आगे चलकर बड़ा नुकसान कर सकता है।
- मात्र ₹100 की बचत करने के चक्कर में अगर दुर्घटना हो जाए, तो लाखों का खर्च उठाना पड़ सकता है।
- इसलिए, सभी चालकों को थर्ड पार्टी इंश्योरेंस, ओन डैमेज कवर, और चालक/मालिक का पर्सनल एक्सीडेंट कवर लेने की सलाह दी गई।
2. आवश्यक दस्तावेजों को हमेशा अपडेट रखें
- ड्राइविंग लाइसेंस, ई-श्रम कार्ड, गाड़ी का इंश्योरेंस, प्रदूषण प्रमाण पत्र, परमिट, और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना से संबंधित दस्तावेजों को हर साल जांचना चाहिए।
- ये दस्तावेज सड़क दुर्घटना या कानूनी मामलों में आपकी सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं।
3. दुर्घटना में घायलों की मदद करने से न डरें
- गोल्डन आवर (Golden Hour) का महत्व बताया गया, जिसके तहत किसी भी दुर्घटना पीड़ित को समय रहते अस्पताल पहुंचाने से उसकी जान बचाई जा सकती है।
- भारत सरकार की गुड समेरिटन पॉलिसी 2020 के तहत, यदि कोई व्यक्ति सड़क दुर्घटना पीड़ित की मदद करता है, तो उसे किसी भी प्रकार की कानूनी प्रक्रिया से मुक्त रखा जाएगा।
- इसके अलावा, मदद करने वाले व्यक्ति को सरकार की ओर से ₹2000 से ₹5000 तक का इनाम और प्रशस्ति पत्र दिया जाता है।
4. सीट बेल्ट और हेलमेट का अनिवार्य उपयोग
- सड़क दुर्घटनाओं में अधिकांश मौतें सिर में गंभीर चोट लगने के कारण होती हैं। इसलिए, हेलमेट और सीट बेल्ट का उपयोग अत्यंत आवश्यक है।
- लोगों को यह समझाया गया कि “सीट बेल्ट और हेलमेट पहनना कोई विकल्प नहीं, बल्कि अनिवार्यता है।”
- यदि आप खुद इन नियमों का पालन करेंगे, तो दूसरों को भी प्रेरित कर सकेंगे और सड़क दुर्घटनाओं को रोकने में मदद मिलेगी।
5. यातायात नियमों का पालन करें
- वाहन चालकों को गति सीमा का पालन करने, शराब पीकर वाहन न चलाने, और सड़क पर अनुशासन बनाए रखने की सलाह दी गई।
- यह भी बताया गया कि मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हुए वाहन चलाना जानलेवा साबित हो सकता है।
कार्यक्रम में मौजूद गणमान्य व्यक्ति
इस महत्वपूर्ण कार्यशाला में ड्राइवर महासंघ के पदाधिकारी और कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे, जिनमें मुख्य रूप से शामिल थे:
- रोड सेफ्टी मैनेजर प्रभाष कुमार
- परिवहन विभाग के अधिकारी अश्वनी कुमार
- ड्राइवर संघ के राज्य सचिव जीतन प्रजापति
- राज्य प्रवक्ता सोमेन मुंडा
- गोपाल, बजरंग, विनय, सपन, विजय, दीपक, सनातन, रामकुमार, महेश्वर, संजू सहित अन्य 40-50 चालक बंधु
कार्यशाला का उद्देश्य और भविष्य की योजना
कार्यशाला का उद्देश्य सड़क पर वाहन चलाने वाले सभी लोगों को सुरक्षा नियमों के प्रति जागरूक करना था। ड्राइवर महासंघ के पदाधिकारियों ने कहा कि भविष्य में भी इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, ताकि चालक अपने अधिकारों और जिम्मेदारियों के प्रति सचेत रहें।
कार्यशाला के अंत में सभी चालकों ने सुरक्षा नियमों का पालन करने और अन्य लोगों को भी जागरूक करने की शपथ ली।
गुमला में ड्राइवर महासंघ द्वारा आयोजित यह कार्यशाला बेहद सफल रही और इसमें मौजूद लोगों को महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई। सड़क सुरक्षा केवल कानूनों से नहीं, बल्कि हर व्यक्ति की जागरूकता और सतर्कता से संभव हो सकती है। अगर हम सभी सुरक्षा नियमों का पालन करें, तो दुर्घटनाओं को काफी हद तक कम किया जा सकता है।