
झारखंड विधानसभा का बजट सत्र 2025 को लेकर एक नई जानकारी सामने आई है। राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने इस सत्र को मंजूरी प्रदान कर दी है, और अब यह सत्र निर्धारित तारीख पर आयोजित होगा। राज्य सरकार के लिए यह बजट सत्र अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें आगामी वित्तीय वर्ष के लिए राज्य के बजट की प्रस्तुति होगी, जिससे राज्य की आर्थिक दिशा और सरकार की प्राथमिकताएं स्पष्ट होंगी।
सत्र की शुरुआत और महत्वपूर्ण तारीखें
झारखंड विधानसभा का बजट सत्र 2025 25 फरवरी से शुरू होगा। इस सत्र के पहले दिन नए चुने गए विधायकों का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित होगा। इसके बाद राज्यपाल का अभिभाषण होगा, जिसमें वह राज्य की सरकार की नीतियों और योजनाओं के बारे में विधानसभा को संबोधित करेंगे। राज्यपाल के अभिभाषण के बाद, 25 और 27 फरवरी को विधानसभा में इस पर वाद-विवाद होगा। ये दिन विधायकों को राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा करने और सरकार के प्रति अपने विचार व्यक्त करने का अवसर देंगे।
बजट पर लोगों की उम्मीदें
झारखंड के आगामी बजट से लोगों को कई उम्मीदें हैं। राज्य के नागरिकों का मानना है कि इस बजट में उनकी दैनिक ज़िंदगी से जुड़ी समस्याओं का समाधान किया जाएगा। जैसे कि बेरोजगारी, कृषि संकट, शिक्षा, स्वास्थ्य, और बुनियादी ढांचे में सुधार की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएंगे। इसके साथ ही, राज्य में औद्योगिकीकरण को बढ़ावा देने, निवेश आकर्षित करने, और राज्य के विकास के लिए समग्र योजनाओं का ऐलान भी हो सकता है।
आर्थिक संकट और राज्य के बढ़ते कर्ज के बावजूद, झारखंड की सरकार ने विकास के नए रास्तों की तलाश जारी रखी है। राज्य में खासकर आदिवासी और पिछड़े क्षेत्रों के विकास को प्राथमिकता देने की उम्मीद जताई जा रही है। इस बजट में कृषि क्षेत्र के लिए भी राहत की घोषणा हो सकती है, क्योंकि झारखंड में किसान अभी भी बहुत से मुद्दों से जूझ रहे हैं।
स्वीकृति और सत्र का महत्व
राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने इस सत्र को मंजूरी दी है, जो राज्य के लोकतांत्रिक प्रक्रिया की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह सत्र न केवल वित्तीय पहलुओं को लेकर है, बल्कि इसमें राज्य की वर्तमान स्थिति और भविष्य की दिशा को लेकर भी गंभीर चर्चाएं होंगी। विधानसभा सत्र के दौरान विपक्षी दलों को सरकार की नीतियों पर सवाल उठाने का मौका मिलेगा, और सरकार को अपनी योजनाओं की सफाई देने का अवसर मिलेगा।
राज्य में सुधार की दिशा
झारखंड सरकार के लिए इस बजट से यह उम्मीद की जा रही है कि राज्य में रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए नई योजनाएं लागू की जाएंगी। वहीं, आदिवासी और पिछड़े वर्ग के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की घोषणा हो सकती है, जिससे राज्य के विकास में सामूहिक भागीदारी हो सके। स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क और जल आपूर्ति जैसी बुनियादी सुविधाओं पर भी इस बजट में ध्यान केंद्रित किए जाने की संभावना है।
झारखंड का बजट 2025 राज्य के लिए एक अहम मोड़ पर होगा। राज्य की वित्तीय स्थिति, विकास की दिशा, और आम जनता की अपेक्षाओं को ध्यान में रखते हुए यह बजट तैयार किया जाएगा। राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार द्वारा इस सत्र को स्वीकृति मिलने के बाद अब सभी की निगाहें इस पर होंगी कि राज्य सरकार अपनी योजनाओं के माध्यम से राज्य के विकास और समृद्धि के लिए कौन से कदम उठाती है।