पूर्व छात्र सम्मेलन का आयोजन, स्वामी विवेकानंद की जयंती एवं रामलला प्राणप्रतिष्ठा की वर्षगांठ पर समारोह
लातेहार:- जिला मुख्यालय के धर्मपुर रोड स्थित सरस्वती विद्या मंदिर लातेहार में स्वामी विवेकानंद की जयंती और रामलला प्राणप्रतिष्ठा की वर्षगांठ के अवसर पर पूर्व छात्र सम्मेलन का सफल आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि पलामू विभाग के विभाग निरीक्षक नीरज कुमार लाल, विद्यालय प्रबंधकारिणी समिति के अध्यक्ष राजीव रंजन पांडे, जिला संघचालक अनिल ठाकुर और स्थानीय विद्यालय के प्रधानाचार्य अरुण कुमार चौधरी के द्वारा दीप प्रज्वलित करने और भगवान राम तथा स्वामी विवेकानंद के चित्र पर माल्यार्पण करके की गई।
कार्यक्रम की भूमिका रखते हुए नीरज कुमार लाल ने बताया कि आज का दिन विशेष है, क्योंकि हिंदी तिथि के अनुसार रामलला प्राण प्रतिष्ठा की वर्षगांठ और स्वामी विवेकानंद की जयंती भी है। उन्होंने विद्या भारती के पूर्व छात्र पोर्टल के बारे में जानकारी दी और पूर्व छात्र सम्मेलन के आयोजन के उद्देश्य को विस्तार से समझाया। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि इस प्रकार के आयोजन पूर्व छात्रों को एकजुट करने और विद्यालय से जुड़ी यादों को ताजा करने का एक अवसर प्रदान करते हैं।
द्वितीय सत्र में जिला संघचालक अनिल ठाकुर ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि सन 1984 में स्वामी विवेकानंद की जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की गई थी। उन्होंने पूर्व छात्रों से आग्रह किया कि वे स्वामी विवेकानंद के विचारों को अपने जीवन में आत्मसात करें और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रेरित हों।
पूर्व छात्र सम्मेलन के दौरान विद्यालय में पढ़े हुए कई पूर्व छात्रों ने अपने अनुभव साझा किए। इनमें से सत्येंद्र कुमार (2002 बैच), श्रीकर (2006 बैच), वैभव कुमार (1995 बैच), प्रियांशु पांडे, शुभ स्वरूप, नेहा कुमारी, अंजली कुमारी, श्वेता कुमारी, प्रिया भारती और अन्य भैया बहन उपस्थित थे। सत्येंद्र कुमार सोनी, जो वर्तमान में गुमला में ग्रामीण बैंक में कार्यरत हैं, ने अपने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि 2002 में विद्यालय से मैट्रिक पास करने के बाद वह अब तक अपने समय को कभी नहीं भूल सकते। यह सब बातें उन्हें भावुक कर देती हैं, क्योंकि वह दौर अब लौटकर नहीं आने वाला।
विद्यालय प्रबंधकारिणी समिति के अध्यक्ष राजीव रंजन पांडे ने इस अवसर पर सभी पूर्व छात्रों को आत्मविश्वास को बढ़ावा देने और जीवन में एक अच्छा इंसान बनने की बात कही। उन्होंने स्वामी विवेकानंद के विचारों को वर्तमान में भी प्रासंगिक बताते हुए कहा कि उनकी शिक्षाएं आज भी युवाओं के बीच प्रेरणा और ऊर्जा का स्रोत बनती हैं।
विद्यालय के प्रधानाचार्य अरुण कुमार चौधरी ने रामलला प्राण प्रतिष्ठा की वर्षगांठ पर चर्चा करते हुए राम मंदिर के इतिहास और उसकी महत्ता पर प्रकाश डाला। साथ ही, उन्होंने सभी पूर्व छात्रों से स्वामी विवेकानंद के आदर्शों को जीवन में उतारने की अपील की।
कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के वरिष्ठ आचार्य श्री ओंकारनाथ सहाय ने अतिथियों का परिचय दिया और मंच संचालन श्रीमती रेनू गुप्ता ने किया। शांति मंत्र के साथ यह विशेष पूर्व छात्र सम्मेलन समाप्त हुआ। इस अवसर पर विद्यालय के सभी आचार्य और शिक्षकगण भी उपस्थित थे।
जिनमें ओंकारनाथ सहाय, सुरेश ठाकुर, शशिकांत पांडे, आलोक कुमार पांडे, धर्म प्रकाश प्रसाद, गोपाल प्रसाद, कपिल देव प्रमाणिक, राकेश कुमार सिन्हा, रविकांत पाठक, दीपक शर्मा, सलमान होजाई, ममता त्रिपाठी, रेनू गुप्ता, रजनी नाग, उपासना कुमारी, रूबी सिंह, खुशबू कुमारी, श्वेता श्रीवास्तव आदि शामिल थे।