राँची।
राजधानी राँची में लगातार बढ़ती आपराधिक घटनाओं पर रोक लगाने और सुरक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ बनाने के लिए पुलिस प्रशासन ने सख्त कदम उठाया है। डीआईजी सह एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने आदेश जारी करते हुए सभी डिलीवरी ब्वॉय का पुलिस वेरिफिकेशन अनिवार्य कर दिया है। अब किसी भी डिलीवरी कंपनी को अपने कर्मचारियों को नियुक्त करने से पहले उनकी पूरी जानकारी और सत्यापन कराना होगा।
अपराधियों की नई चाल – डिलीवरी ब्वॉय बनकर अपराध
पिछले कुछ महीनों में राँची पुलिस ने कई ऐसे मामलों का खुलासा किया है, जिनमें अपराधियों ने फूड डिलीवरी की वर्दी पहनकर अपराध को अंजाम दिया। कुछ अपराधी मोबाइल छिनतई और चोरी जैसी घटनाओं को अंजाम देते थे। कई बार वे डिलीवरी ब्वॉय बनकर घरों की रेकी करते और मौके का फायदा उठाकर चोरी कर लेते। इस प्रवृत्ति ने पुलिस और जनता दोनों को चिंता में डाल दिया था।
हाल ही में चुटिया थाना ने एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया। यह गिरोह फूड डिलीवरी की ड्रेस पहनकर मोबाइल छिनतई करता था। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया और उनके पास से 26 मोबाइल फोन तथा एक चोरी की स्कूटी बरामद की। इसी तरह, कांके थाना क्षेत्र में भी दो चोरी की घटनाएँ सामने आईं, जिनमें आरोपियों ने पहले डिलीवरी ब्वॉय का भेष धरकर घरों की रेकी की थी।
बिना वेरिफिकेशन नहीं मिलेगी नौकरी
एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने साफ शब्दों में कहा है कि अब कोई भी डिलीवरी कंपनी बिना पुलिस वेरिफिकेशन के किसी युवक को काम पर नहीं रख सकेगी। कंपनियों को अपने सभी कर्मचारियों का विवरण, पहचान पत्र की कॉपी और अन्य जरूरी कागजात संबंधित थाना क्षेत्र में जमा करना होगा। इसके बाद पुलिस जांच और सत्यापन कर उस युवक को काम करने की अनुमति देगी।
पुलिस अधिकारियों का मानना है कि इस कदम से अपराधियों के लिए डिलीवरी ब्वॉय की आड़ में अपराध करना मुश्किल हो जाएगा। साथ ही, अगर कोई संदिग्ध गतिविधि सामने आती है तो उसकी पहचान और पृष्ठभूमि आसानी से पता चल सकेगी।
हर थाने में बनेगी सूची
पुलिस ने यह भी निर्देश जारी किया है कि हर थाना क्षेत्र में काम कर रहे डिलीवरी ब्वॉय की एक विस्तृत सूची तैयार की जाएगी। इस सूची में नाम, पता, मोबाइल नंबर, कंपनी का नाम और अन्य आवश्यक विवरण दर्ज होंगे। यह सूची थाने में एक रजिस्टर के रूप में रखी जाएगी, जिसे समय-समय पर अपडेट किया जाएगा।
इस व्यवस्था से पुलिस को यह पता रहेगा कि उनके थाना क्षेत्र में कितने डिलीवरी ब्वॉय काम कर रहे हैं और उनकी पहचान क्या है। इससे न केवल अपराधियों पर नजर रखी जा सकेगी बल्कि आम जनता को भी सुरक्षा का भरोसा मिलेगा।
अपराधियों पर लगेगी लगाम
डिलीवरी कंपनियों की संख्या और उनकी पहुँच तेजी से बढ़ी है। आज लगभग हर मोहल्ले और गली में फूड डिलीवरी और पार्सल सेवा पहुँच चुकी है। लेकिन इस सेवा का फायदा उठाकर अपराधियों ने इसे अपराध की ढाल बना लिया था। पुलिस का मानना है कि वेरिफिकेशन सिस्टम लागू होने से अपराध पर न केवल रोक लगेगी बल्कि असली मेहनतकश डिलीवरी ब्वॉय की छवि भी सुरक्षित रहेगी।
जनता को मिलेगा भरोसा
अक्सर लोग घर पर फूड डिलीवरी या ऑनलाइन सामान मंगाते समय सुरक्षा को लेकर आशंकित रहते हैं। कई बार अनजान व्यक्ति को देखकर लोग असहज महसूस करते हैं। अब जब हर डिलीवरी ब्वॉय पुलिस वेरिफिकेशन के बाद ही काम करेगा, तो जनता को भरोसा रहेगा कि जिस युवक से वे सामान ले रहे हैं उसकी पूरी पृष्ठभूमि पुलिस के पास दर्ज है।
प्रशासन की सख्ती और उम्मीदें
एसएसपी का यह आदेश न केवल डिलीवरी कंपनियों के लिए सख्त है बल्कि यह राँची की सुरक्षा व्यवस्था को एक नई दिशा देगा। पुलिस की योजना है कि आने वाले समय में इस व्यवस्था को और पारदर्शी बनाया जाए। वेरिफिकेशन प्रक्रिया को तेज करने के लिए ऑनलाइन सुविधा और डिजिटल रिकॉर्ड तैयार करने की भी संभावना जताई जा रही है।