
रिपोर्टिंग: प्रेम कुमार साहू, घाघरा (गुमला)
घाघरा प्रखंड अंतर्गत हापामुनी गांव में जंगली हाथी का आतंक लगातार दूसरे दिन भी जारी रहा। सोमवार देर रात हाथी ने गांव में धावा बोलते हुए दो घरों को बुरी तरह नुकसान पहुंचाया और घरों में रखा धान व चावल खा गया। इस घटना के बाद से पूरे गांव में दहशत का माहौल है।
जानकारी के अनुसार, हाथी ने सबसे पहले गांव निवासी सुनील उरांव और उसके बाद महादेव उरांव के घर पर हमला किया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, हाथी ने दीवारें तोड़कर घर में प्रवेश किया और वहां रखे अनाज को चट कर गया। घटना के वक्त परिवार के सदस्य घर में ही सो रहे थे, लेकिन समय रहते किसी तरह भागकर उन्होंने अपनी जान बचाई।

पीड़ित परिवार ने बताया कि, “रात करीब दो बजे अचानक बर्तन और प्लास्टिक के सामान गिरने की आवाज आई। हमें लगा कोई चोर है, लेकिन जब दीवार टूटी तो देखा कि हाथी घर के अंदर घुस आया है। हम सब बगल में ही सोए हुए थे। किसी तरह भागकर जान बचाई।“
गौरतलब है कि बीते कुछ दिनों से घाघरा और आसपास के इलाकों में जंगली हाथियों का उत्पात लगातार बढ़ता जा रहा है। ग्रामीणों ने वन विभाग और प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है।
ग्रामीणों की मांग:
- हाथी को आबादी वाले इलाके से हटाया जाए
- पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा दिया जाए
- गांव में रात्रिकालीन गश्ती की व्यवस्था की जाए
ग्रामीणों का कहना है कि अगर समय रहते कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो यह हाथी और भी बड़ा नुकसान कर सकता है।