
✍️ अनूप कुमार गुप्ता,
गढ़वा। झारखंड के गढ़वा जिले को केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने 2,460 करोड़ रुपये की बड़ी सौगात दी है। इस अवसर पर उन्होंने दो राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का शिलान्यास एवं उद्घाटन किया। इसके साथ ही रेहला फोरलेन परियोजना का भी लोकार्पण किया गया। यह कार्यक्रम बिरसा मुंडा हेलीपैड पार्क मैदान में आयोजित हुआ, जहां केंद्रीय मंत्री का स्वागत सांसद विष्णु दयाल राम, उपायुक्त दिनेश कुमार यादव एवं पुलिस अधीक्षक अमन कुमार सहित अन्य गणमान्य अतिथियों ने किया।
गडकरी ने अपने संबोधन में कहा कि झारखंड प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर राज्य है, लेकिन यहां के नौजवानों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना ही असली विकास है। उन्होंने कहा कि बेहतर सड़कों से न केवल आवागमन सुगम होता है, बल्कि व्यापार, कृषि और उद्योग को भी गति मिलती है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉन एफ. कैनेडी का हवाला देते हुए उन्होंने कहा, “अगर रास्ते अच्छे होंगे, तो देश समृद्ध होगा।”
केंद्रीय मंत्री ने रेहला फोरलेन सड़क का उद्घाटन करते हुए कहा कि अब गढ़वा को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी। उन्होंने मंच से घोषणा की कि गढ़वा-अंबिकापुर और टोरी-चंदवा मार्ग को फोरलेन में तब्दील किया जाएगा। यह निर्णय सांसद बीडी राम और विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी की मांग पर लिया गया है।
गडकरी ने झारखंड के किसानों की समृद्धि को ध्यान में रखते हुए तालाब योजना की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में पानी की कमी के कारण 10 हजार किसानों ने आत्महत्या की थी, लेकिन वहां तालाब बनाकर हालात बदले गए। इसी मॉडल को झारखंड में लागू करने की योजना है, जिसके तहत 1,000 तालाब बनवाए जाएंगे। तालाब की खुदाई से निकली मिट्टी से सड़कें बनाई जाएंगी, जिससे लागत भी घटेगी और ग्रामीण क्षेत्रों को रोजगार मिलेगा।
इस मौके पर उन्होंने झारखंड की तसर साड़ी, हस्तशिल्प और स्थानीय कला की सराहना की। उन्होंने बताया कि साहिबगंज और गोड्डा जिलों से तसर की साड़ियों में झारखंडी डिज़ाइन तैयार कर देशभर में भेजी जा रही हैं। यहां के कारीगरों में हुनर की कोई कमी नहीं है, जरूरत है तो उन्हें प्रशिक्षण और प्रोत्साहन देने की।
गडकरी ने यह भी बताया कि झारखंड में लगभग 2 लाख करोड़ रुपये की सड़क परियोजनाएं संचालित हैं। उन्होंने यह भी बताया कि वाराणसी से कोलकाता तक बनने वाला इकोनॉमिक कॉरिडोर प्रगति पर है और इसमें झारखंड की भी भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है।
झारखंड में धान की खेती के जरिए पुआल से बायो-सीएनजी उत्पादन की संभावनाओं पर भी उन्होंने चर्चा की। उन्होंने कहा कि यह योजना किसानों की आय बढ़ाने के साथ-साथ ऊर्जा क्षेत्र में भी क्रांति ला सकती है।
कार्यक्रम के दौरान झारखंड सरकार के वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर के इस कथन से गडकरी ने सहमति जताई कि “चुनाव तक राजनीति हो, लेकिन उसके बाद विकास की राजनीति होनी चाहिए।” साथ ही उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के जल्द स्वास्थ्य लाभ की भी कामना की।
गडकरी ने मंच से यह भी स्पष्ट किया कि झारखंड में कोई भी योजना अधूरी नहीं रहेगी। उन्होंने ‘जय जोहार, जय झारखंड और नमस्कार’ के साथ अपना भाषण समाप्त किया। उनके उद्बोधन के दौरान सभा में मौजूद लोगों ने तालियों से उनका स्वागत किया।
विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी ने इस अवसर को ऐतिहासिक बताया और कहा कि वर्षों से लंबित सड़क परियोजनाओं को आज एक नई दिशा मिली है। गढ़वा-अंबिकापुर और टोरी-चंदवा मार्ग को फोरलेन बनाने की मंजूरी से न केवल यातायात की सुविधा बढ़ेगी, बल्कि इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था, पर्यटन और औद्योगिक विकास को भी नया आयाम मिलेगा।
इस कार्यक्रम में आम जनता, स्थानीय जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे, जिन्होंने इन घोषणाओं का गर्मजोशी से स्वागत किया।