
लातेहार, झारखंड — झारखंड अग्निशमन सेवा के तत्वावधान में अग्निशमन सेवा सप्ताह के अवसर पर लातेहार जिला अग्निशमन विभाग द्वारा सरस्वती विद्या मंदिर धर्मपुर पथ, लातेहार में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य आग से होने वाली दुर्घटनाओं की रोकथाम, बचाव एवं नियंत्रण की विधियों की जानकारी देना था।कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के खेल मैदान में हुई, जहां अग्निशमन पदाधिकारी गोपाल कुमार दास, प्रभारी मनोज कुमार सिंह, गौरी शंकर पांडे और राम विलास उरांव की टीम ने मॉक ड्रिल का आयोजन किया।
इस मॉक ड्रिल में अग्निशमन के विभिन्न यंत्रों का उपयोग कर आग बुझाने की विधियों को प्रत्यक्ष रूप से दिखाया गया, जिससे छात्रों और शिक्षकों को वास्तविक परिस्थितियों में अग्नि आपदा से निपटने का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त हुआ।

मॉक ड्रिल के दौरान अग्निशमन पदाधिकारी की देखरेख में विद्यालय के आचार्य कपिल देव प्रमाणिक ने जलते एलपीजी गैस सिलेंडर को बुझाकर सभी को यह दिखाया कि सही तकनीक से कैसे बड़ी दुर्घटना को टाला जा सकता है। यह प्रदर्शन न केवल रोमांचक था, बल्कि अत्यंत शिक्षाप्रद भी रहा।
कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के वरिष्ठ आचार्य सह प्रभारी प्रधानाचार्य श्री ओंकारनाथ सहाय के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। उन्होंने अग्निशमन दल को धन्यवाद देते हुए कहा कि इस प्रकार की जानकारी छात्रों के लिए अत्यंत आवश्यक है, जिससे वे संकट के समय सही निर्णय ले सकें।
उन्होंने यह भी बताया कि भविष्य में विद्यालय में इस प्रकार के और भी जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे ताकि छात्रों में आपदा प्रबंधन के प्रति सजगता विकसित हो।
इस अवसर पर विद्यालय की सभी दीदीजी, आचार्यगण, कर्मचारीगण और सैकड़ों छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। सभी ने अग्निशमन दल द्वारा प्रस्तुत जानकारी को गंभीरता से सुना और समझा। कार्यक्रम के दौरान छात्रों ने अग्निशमन उपकरणों को भी करीब से देखा और उनसे संबंधित प्रश्न पूछे, जिनका उत्तर अधिकारियों ने सरल और प्रभावशाली तरीके से दिया।
झारखंड अग्निशमन सेवा द्वारा उपलब्ध कराए गए संपर्क सूत्रों — टोल फ्री नंबर 112 एवं लातेहार अग्निशमन सेवा का मोबाइल नंबर 9304953437 — को भी सभी उपस्थितजनों के साथ साझा किया गया
ताकि किसी आपात स्थिति में त्वरित सहायता प्राप्त की जा सके।कार्यक्रम का समापन विद्यालय परिवार की ओर से अग्निशमन सेवा दल को स्मृति चिन्ह भेंट कर तथा आभार ज्ञापन के साथ किया गया।
यह आयोजन न केवल एक जानकारीपूर्ण पहल था, बल्कि छात्रों के मन में सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने की दिशा में एक सशक्त कदम सिद्ध हुआ।