
कोटालपोखर प्रतिनिधि कोटालपोखर थाना क्षेत्र में इन दिनों प्रतिवंधित अवैध लॉटरी कारोबार तेजी से फैलता जा रहा है। खासकर श्रीकुंड, बाजार और चौक-चौराहों पर खुलेआम लॉटरी टिकट बेचे जा रहे हैं।
इसका सबसे बुरा असर गरीब और मजदूर तबके के लोगों पर पड़ रहा है, जो दिन भर मेहनत कर दो वक्त की रोटी के लिए करते हैं, लेकिन अमीर बनने के लालच में अपनी गाढ़ी कमाई गंवा बैठते हैं।
लॉटरी बेचने वाला जहां विक्रेता मालामाल हो रहे हैं, । वहीं मजदुर तबके के लोग कर्ज के बोझ तले डूबते जा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, इस अवैध धंधे की पूरी जानकारी स्थानीय प्रशासन और पुलिस को है, लेकिन कार्रवाई करने के नाम पर सभी चुप हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि लॉटरी माफिया बाकायदा सेटिंग कर अपना धंधा चला रहे हैं। रोजाना हजारों रुपये का खेल चलता है और मजबूरी में फंसे मजदूर अपनी मजदूरी का बड़ा हिस्सा लॉटरी में गंवा रहे हैं। कई परिवार आर्थिक तंगी और कर्ज में डूबते जा रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही।
यह भी बताया जा रहा है कि लॉटरी के इस अवैध कारोबार में कुछ स्थानीय प्रभावशाली लोग भी शामिल हैं, जिसके चलते कोई भी अधिकारी इसके खिलाफ कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं जुटा रहा है। साथ ही अवैध कारोबार में लिप्त लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
चाय, पान, होटल व किराना दुकान से की जाती है बिक्री अवैध रूप से लॉटरी टिकट की बिक्री थाना क्षेत्र के शांन्ति चौक ,मयुरकोला सोनाकंड ,विजयपुर कोटालपोखर,के चाय, पान, दुकान व कोटालपोखर हाट पांडा रेलवे फाटक , व किराना दुकान से की जाती है. इसके लिए सुबह से ही लोग टिकट खरीदने के लिए पहुंच जाते हैं।
सूत्रों से बताते है। स्थानीय प्रशासन के मिली भगत होने वजह से बैखोफ होकर अवैध लाटरी टिकट बेच रहे हैं । सुत्र कहना है कि कोटालपोखर के गांधी मुहल्ला के निवासी एक व्यक्ति जो अवैध लाटरी धंधा में सात माह पुर्व जेल भेजा गया था।
जेल निकलने बाद पुनः वह अवैध लाटरी टिकट पंश्चिम बंगाल फरक्का, मालदा से थोक खरीदारी कर कोटालपोखर एक गुप्त स्थान में रख कर एजेंट माध्यम से कोटालपोखर थाना क्षेत्र में मोटरसाइकिल डिक्की मे भरके कोटाल पोखर थाना क्षेत्र के विभिन्न गांव गांव मे भ्रमण कर अवैध लॉटरी टिकट बेझिचक बेच जा रहा है।
जल्द अमीर बनने की लालच में गरीब मजदूर तबके लोग लाटरी चक्कर अपने सबकुछ गंवा कर अन्य राज्यों पलायन कर रहे हैं ।उनके परिवार छोटे छोटे बच्चे मुख मरी कगार पर है ।