
- शिव भक्ति और भजन-कीर्तन के साथ भक्तों ने मनाया पर्व
लातेहार। शहर के जुबली रोड स्थित नवल किशोर प्रसाद के आवास में रंगभरी एकादशी का पर्व धूमधाम से मनाया गया। इस शुभ अवसर पर शिव शिष्य परिवार की ओर से शिव चर्चा का आयोजन किया गया, जिसमें श्रद्धालु भक्तों ने भजन-कीर्तन कर भगवान भोलेनाथ का गुणगान किया।
शिव भक्ति के साथ हुआ आयोजन
रंगभरी एकादशी के पावन पर्व पर महिलाओं ने भजन-कीर्तन के माध्यम से भगवान शिव की आराधना की और होली के पूर्व अपनी श्रद्धा और समर्पण भाव अर्पित किया। भक्ति भाव में लीन श्रद्धालुओं ने रंगों और भजनों के माध्यम से शिव की महिमा का गुणगान किया और यह पर्व उत्साह के साथ मनाया।

इस कार्यक्रम में शिव शिष्य परिवार की सदस्याओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया, जिनमें प्रमुख रूप से अंजू गुप्ता, लक्ष्मी देवी, रेमी देवी, हीरा देवी, कुर्मी देवी, रीता देवी, स्वाति कुमारी गुप्ता, सरिता पांडे, माधुरी देवी शामिल रहीं। इनके अलावा जुबली रोड और आसपास के मोहल्ले की कई महिलाएं भी कार्यक्रम में शामिल हुईं और अपनी श्रद्धा व्यक्त की।
भजन-कीर्तन और शिव चर्चा का आयोजन
शिव चर्चा के दौरान भक्तों ने भगवान शिव के महात्म्य, रंगभरी एकादशी के महत्व और इसके धार्मिक पहलुओं पर चर्चा की। भजन-कीर्तन और मंत्रोच्चार के साथ माहौल भक्तिमय हो गया। शिव भक्तों ने हर-हर महादेव और ऊँ नमः शिवाय के जयकारों से पूरे वातावरण को शिवमय बना दिया।

इस अवसर पर नवल किशोर प्रसाद ने सभी श्रद्धालुओं का स्वागत किया और रंगभरी एकादशी के आयोजन में शामिल होने के लिए सभी को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि भगवान शिव की कृपा से यह आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ और सभी ने भक्ति और आध्यात्मिकता का अनुभव किया।
रंगभरी एकादशी का महत्व
रंगभरी एकादशी को भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह के उपलक्ष्य में विशेष रूप से मनाया जाता है। इस दिन शिव भक्त भजन-कीर्तन, पूजा-अर्चना और रंगों के माध्यम से अपनी भक्ति व्यक्त करते हैं। यह पर्व होली के आगमन का संकेत देता है और भक्तों को आध्यात्मिक आनंद प्रदान करता है।
श्रद्धा और भक्ति का अद्भुत संगम
यह आयोजन लातेहार के श्रद्धालुओं के लिए एक अनूठा आध्यात्मिक अनुभव रहा। कार्यक्रम में भक्ति संगीत, शिव भजन और सामूहिक आरती ने वातावरण को पवित्र बना दिया। शिव भक्तों ने होली से पूर्व शिव भक्ति के रंगों में रंगकर इस पर्व को विशेष बना दिया।
अंत में शिव आरती के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। नवल किशोर प्रसाद ने सभी श्रद्धालुओं को शिव कृपा की शुभकामनाएं दीं और अगले वर्ष भी इस आयोजन को और भव्य तरीके से मनाने का संकल्प लिया।