
कांग्रेस पार्टी ने झारखंड में पार्टी के अनुशासनात्मक नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में मुनेश्वर उरांव को पार्टी से छह वर्षों के लिए निष्कासित कर दिया है। मुनेश्वर उरांव, जो कांग्रेस के सक्रिय सदस्य थे, ने पार्टी के अधिकृत उम्मीदवार के खिलाफ निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल किया था।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि, “कांग्रेस अनुशासनहीनता को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करती है। पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के कारण मुनेश्वर उरांव को यह सज़ा दी गई है।”
बताया जा रहा है कि पार्टी ने पहले भी उरांव को समझाने और उम्मीदवार के रूप में अपना नाम वापस लेने के लिए कहा था, लेकिन उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का निर्णय लिया। इसके चलते पार्टी को सख्त कदम उठाने पर मजबूर होना पड़ा।
उनका कांग्रेस के साथ जुड़ाव और पार्टी में उनका योगदान अब समाप्त हो गया है। वहीं, इस निष्कासन के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच एक स्पष्ट संदेश दिया गया है कि अनुशासनहीनता की कोई जगह नहीं है।