
जमशेदपुर: कर्मचारी पुत्र – पुत्रियों को शिक्षा में सहुलियत मिले इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए यूनियन की पहल पर टाटा मोटर्स प्रबंधन ने ऐतिहासिक फैसला लिया है। इसे कार्यरूप देने के लिए टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन एवं प्रबंधन के टीम बीच एक बैठक आयोजित हुई । जिसमें यूनियन के अध्यक्ष गुरमीत सिंह , महामंत्री आरके सिंह , प्रबंधन की ओर से ई आर सौमिक राय समेत अन्य उपस्थित थे। जनरल ऑफिस कार्यालय में आयोजित बैठक में योजना के बारे में विस्तार से चर्चा की गई।
बताया गया कि यूनियन के विशेष आग्रह पर प्रबंधन ने छात्र – छात्राओं को शिक्षा में बड़ी राहत देने का निर्णय लिया है। जिसे ऐतिहासिक कदम बताया जा रहा है। हालांकि इसकी घोषणा पिछले दिनों की गई थी।
जानकारी में बताया गया कि पहली योजना विद्यादान है :- इस योजना के तहत 7.5 लाख रुपये तक की ऋण पढ़ाई के लिए दी जाएगी। जिसका ब्याज दर 10 प्रतिशत होगा। परंतु छात्रों को 50 प्रतिशत एवं छात्राओं को 70 प्रतिशत की राहत ऋण में कंपनी के द्वारा दी जाएगी।
बताया गया कि यह योजना 29 जुलाई से लागू है । कर्मी ई आर अधिकारी से फार्म प्राप्त कर सकते हैं। जबकि एस्टेब्लिशमेंट में हर दिन बैंक का एक अधिकारी फार्म की औपचारिकता को पूरा करने में मदद करेंगे। प्रतिदिन बैंक अधिकारी 2 घंटे यहां बैठेंगे। जरूरतमंद कर्मचारियों एस्टेब्लिशमेंट से भी फॉर्म ले सकते हैं। वहीं किसी भी समस्या या पूछ – ताछ के लिए कर्मचारी अपने ई आर अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं।
दूसरी योजना उत्कर्ष:- इस योजना के तहत दसवीं और बारहवीं में 60 प्रतिशत अंक के साथ पास होने वाली बच्चियों को 25000 रुपये की प्रोत्साहन राशि कंपनी की तरफ से प्रदान की जाएगी। यह योजना इसी वित्तीय वर्ष में लागू होगा। योजना का लाभ सहज और सरल तरीके से कर्मचारियों को प्राप्त हो , इसके लिए यूनियन लगातार प्रयासरत है। इसी कड़ी में पुनः एक बार आगामी सोमवार को बैठक की संभावना है। ऐसे संकेत दिए गए हैं।
महामंत्री आर के सिंह ने कहा कि दोनों योजना कर्मचारी के बच्चों में अभूतपूर्व परिवर्तन लाएगा। बच्चें उच्च शिक्षा प्राप्त कर सफल नागरिक बन सकेंगे। वे अपने परिवार और देश का उत्थान करेंगे।
अध्यक्ष गुरमीत सिंह ने कहा कि आने वाले कुछ दिनों के बाद टाटा मोटर्स के कर्मचारियों के घर में भी डॉक्टर, इंजीनियर एवं उच्च शिक्षा प्राप्त बच्चे होंगे ऐसी पूर्ण आशा है।