
पंकज कुमार यादव,
लातेहार:गारू प्रखंड के बारेसाढ़ पंचायत के अंतर्गत टोला परेवाटांड़ में सोमवार की सुबह करीब 5 बजे के समय ग्रामीणों में हड़कंप मच गया जब ग्रामीण अर्जुन सिंह ने अपने घर के पीछे पुआल के ढेर में एक विशालकाय अजगर को देखा। अर्जुन ने तत्परता दिखाते हुए तुरंत वन विभाग को सूचना दी।
सूचना मिलते ही फॉरेस्टर परमजीत तिवारी के नेतृत्व में रेस्क्यू टीम सक्रिय हुई। टीम में वाइल्डलाइफ एक्सपर्ट शेरा गुप्ता, ट्रैकर अमन कुमार, क्यूआरटी सदस्य मुखराज यादव एवं लक्ष्मण यादव, तथा स्थानीय ग्रामीण आकाश कुमार शामिल थे। लगभग 30 मिनट तक चले संयमित और साहसिक प्रयास के बाद अजगर को सुरक्षित पकड़ लिया गया।
बताया जा रहा है कि यह अजगर करीब 12 फीट लंबा, वजन लगभग 18 किलोग्राम का था और इसकी मोटाई घर में इस्तेमाल होने वाले मोटे कंडी के बराबर थी।
रेस्क्यू के बाद अजगर को पलामू टाइगर रिजर्व कुम्हरमारा के गहन वन क्षेत्र में ले जाकर सुरक्षित रूप से उसके प्राकृतिक आवास में छोड़ दिया गया, ताकि वह स्वतंत्र रूप से जंगल में रह सके।
फॉरेस्टर परमजीत तिवारी ने बताया,

यह एक सामान्य भारतीय अजगर (Indian Rock Python) था, जो पूरी तरह से संरक्षित प्रजातियों में शामिल है। ग्रामीणों को डरने की आवश्यकता नहीं है, बल्कि ऐसे मामलों में वन विभाग को तुरंत सूचना देना सबसे सही कदम होता है।”उन्होंने आगे अपील करते हुए कहा कि
“बरसात के मौसम में वन्यजीवों, खासकर सांपों की बस्तियों में आमद बढ़ जाती है। अतः सभी ग्रामीण सतर्क रहें और किसी भी वन्यजीव की उपस्थिति पर घबराने के बजाय वन विभाग को सूचित करें।”
यह सफल रेस्क्यू अभियान न केवल मानव-वन्यजीव संघर्ष को कम करने की दिशा में एक सराहनीय पहल है, बल्कि इससे लोगों में वन्यजीव संरक्षण की भावना और जागरूकता भी बढ़ेगी।