पंकज कुमार यादव की रिपोर्ट,
ग्राम विकास की योजना सरकारी लापरवाही की भेंट चढ़ी
गारु (लातेहार): जिले के गारु प्रखंड अंतर्गत बारेसाढ़ पंचायत में स्थित लैंपस (लार्ज एरिया मल्टी-पर्पज सोसायटी) कई वर्षों से बंद पड़ा हुआ है। इस बंद लैंपस ने ग्रामीणों, खासकर किसानों की समस्याओं को और बढ़ा दिया है। लैंपस के उद्देश्य थे—किसानों को खाद, बीज, उर्वरक और अन्य कृषि संसाधन समय पर उपलब्ध कराना, लेकिन शुरुआत से ही यह सुविधा बंद पड़ी है।
किसानों को इन बुनियादी सुविधाओं के लिए मजबूरन गारु और महुआडाड़ जैसे दूरदराज के बाजारों का रुख करना पड़ता है। इससे न केवल उनकी लागत बढ़ जाती है, बल्कि समय की भी बर्बादी होती है। लैंपस के माध्यम से उचित मूल्य पर कृषि उत्पादों की खरीद-बिक्री का मंच भी किसानों को उपलब्ध होना था, लेकिन इसके बंद होने से यह उद्देश्य अधूरा रह गया है।
प्रशासनिक लापरवाही बनी मुख्य वजह
लैंपस के बंद होने का सबसे बड़ा कारण प्रशासनिक लापरवाही और सरकारी उपेक्षा मानी जा रही है। समय पर फंड का आवंटन न होना, भ्रष्टाचार और कर्मचारियों की कमी इसके प्रमुख कारण बताए जाते हैं। ग्रामीणों ने कई बार इसे पुनः चालू करने की मांग की, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
किसानों के लिए जरूरी है लैंपस का पुनर्जीवन
बारेसाढ़ लैंपस अगर सही तरीके से संचालित हो, तो यह किसानों के लिए वरदान साबित हो सकता है। न केवल उन्हें समय पर खाद-बीज जैसी सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि उनके कृषि उत्पादों की सही कीमत पर बिक्री भी संभव हो पाएगी। साथ ही, यह ग्रामीण अर्थव्यवस्था और आत्मनिर्भरता को भी बढ़ावा देगा।
ग्रामीणों की मांग है कि सरकार और संबंधित विभाग जल्द से जल्द लैंपस को पुनः चालू करें, ताकि किसानों को राहत मिल सके और गाँव का विकास हो।