
बरहरवा। गंगा दशहरा के मौके पर राजमहल उत्तरवाहिनी गंगा में हजारों श्रद्धालुओं ने गुरुवार को आस्था की डुबकी लगाई। अहले सुबह से ही शहर, प्रखंड सहित बरहरवा, बरहेट, बोरीयो माधो पाड़ा, केलाबाड़ी, उधवा, जामनगर, तीन पहाड़, मुरली, दरला, जामनगर, लखीपुर, पाकुड़, दुमका, गोड्डा सहित प.बंगाल, बिहार आदि जगह से हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने शहर के सूर्य देव घाट, फेरि घाट, राम घाट, हनुमान घाट, संगत घाट आदि जगह पर मान्यता के अनुसार लोगों ने पूरे विधि विधान से गंगा स्नान कर गंगा पूजन और विभिन्न मंदिरों में पूजा अर्चना कर दान पुण्य किया और अपने परिजनों के लिए सुख समृद्धि एवं मंगल कामना किया। साथ ही श्रद्धालुओं ने अपनी मन्नत पूरी होने पर गंगा घाटों पर अपने बच्चों का मुंडन संस्कार कराया, वस्त्र, पाठा, कबूतर,आदि अन्य चीजों का दान किया।
मनात्याओं के अनुसार, गंगा दशहरा के दिन गंगा नदी में स्नान करने से जीवन में आ रही समस्याएं दूर हो जाती हैं।इस विशेष दिन 10 चीजों के दान को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जा रहा है। गंगा दशहरा के दिन- जल, अन्न, वस्त्र, फल, पूजन, श्रृंगार, घी, नमक, शक्कर और स्वर्ण का दान करना बहुत ही शुभ और फलदाई माना जाता है।
गंगा स्नान का विशेष महत्व
भारतीय धार्मिक पुराणों के अनुसार गंगा दशहरा के दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व है। इस दिन स्वर्ग से गंगा का धरती पर अवतरण हुआ था, इसलिए यह महापुण्य कारी पर्व माना जाता है।
गंगा दशहरा के दिन सभी गंगा मंदिरों में भगवान शिव का अभिषेक किया जाता है। वहीं इस दिन मोक्षदायिनी गंगा का पूजन-अर्चना भी किया जाता है।
गंगा दशहरा को लेकर सुबह से ही बजार में चहल-पहल शुरू हो गया था जैसे जैसे समय बढ़ते गया श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हो गया दूरदराज के श्रद्धालु दो , तीन, चार पहिया वाहन एवं अन्य संसाधनों से गंगा तट पर पहुंचने लगे थे। मानो तो नजारा माघी पूर्णिमा के मेले जैसा दिख रहा था। चारों तरफ श्रद्धालुओं की भीड़ और गाड़ी ही गाड़ी नजर आ रही थी। साथ ही फल फूल सही पूजा सामग्री के आदि के दुकानों में लोगों ने जमकर खरीदारी किया। दुकानदारों का लाखों रुपए का कारोबार होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
सुरक्षा व्यवस्था नहीं रहने के कारण मुख्य सड़क लंबी वाहनों की कतार और जाम लगी रही जिस कारण गंगा स्नान करने के लिए आने वाला श्रद्धालुओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा एवं गंगा घाटों पर व्यवस्था अवस्थित नजर आया।