
रांची। रिपोर्टर : अजीत कुमार
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज राजधानी रांची के बहुप्रतीक्षित सिरमटोली फ्लाईओवर का विधिवत उद्घाटन किया। इस फ्लाईओवर को अब कार्तिक उरांव फ्लाईओवर के नाम से जाना जाएगा। उद्घाटन समारोह के मौके पर पूरे फ्लाईओवर को भव्य रूप से सजाया गया था और सुरक्षा व्यवस्था के तहत भारी पुलिस बल की तैनाती की गई थी।
इस फ्लाईओवर के शुरू होने से सिरमटोली से डोरंडा तक आने-जाने वाले लोगों को लंबे समय से लग रहे जाम से निजात मिलेगी। यह फ्लाईओवर राजधानी की ट्रैफिक व्यवस्था में बड़ा बदलाव लाएगा और लोगों की दैनिक यात्रा को आसान बनाएगा।
डबलडेकर और केबल-स्टे तकनीक से बनी आधुनिक संरचना
मेकॉन गोलचक्कर से राजेंद्र चौक होते हुए सिरमटोली चौक तक बने इस एलिवेटेड रोड की कुल लंबाई 2.34 किलोमीटर है। यह झारखंड का पहला केबल-स्टे फ्लाईओवर है, जिसमें 42 मीटर ऊंचे चार पायलन शामिल हैं। इस अत्याधुनिक तकनीक से बने फ्लाईओवर को लगभग तीन साल से भी कम समय में पूरा किया गया है।
यह फ्लाईओवर एक अन्य पुल के ऊपर से गुजरता है, जिससे इसे डबलडेकर फ्लाईओवर भी कहा जा सकता है। साथ ही यह रेलवे लाइन के ऊपर से भी होकर गुजरता है, जो इसे इंजीनियरिंग की दृष्टि से भी एक अनूठा निर्माण बनाता है।
जनता को समर्पित, सरकार को बल
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उद्घाटन समारोह के दौरान कहा कि लोगों के उत्साह को देखकर सरकार को और बेहतर तरीके से काम करने की प्रेरणा मिलती है। उन्होंने यह भी कहा कि इस फ्लाईओवर का नाम झारखंड के महान नेता बाबा कार्तिक उरांव के नाम पर रखा गया है, जो राज्य की सांस्कृतिक और सामाजिक पहचान को सम्मान देने का प्रयास है।
फ्लाईओवर के शुरू होते ही लोगों में खासा उत्साह देखा गया और आमजन ने इसे रांचीवासियों के लिए एक बड़ी सौगात बताया।