
लातेहार: जिले के विकास भवन के समक्ष मंगलवार को जिला परिषद सदस्यों ने अपने हक, अधिकार और मान-सम्मान की मांग को लेकर जोरदार धरना प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन की अध्यक्षता जिला परिषद अध्यक्ष पूनम देवी ने की। धरना के दौरान सदस्यों ने झारखंड सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और प्रशासनिक उपेक्षा के प्रति गहरी नाराजगी जताई।
जिप अध्यक्ष पूनम देवी ने कहा कि फरवरी माह में उपविकास आयुक्त के सेवानिवृत्त होने के बाद से अब तक इस पद पर किसी की नियुक्ति नहीं की गई है। इससे जिला परिषद के सचिव की भूमिका भी शून्य हो गई है, जिससे जिले के विकास कार्य ठप पड़ गए हैं।
उन्होंने बताया कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के तीन वर्ष बीत जाने के बावजूद जिला परिषद सदस्यों को उनका उचित अधिकार, मान-सम्मान और भूमिका नहीं दी गई है। अधिकारी जिप सदस्यों को कोई महत्व नहीं देते, जिससे वे मानसिक और सामाजिक पीड़ा झेल रहे हैं।
जिप उपाध्यक्ष अनिता सिंह ने बताया कि जिला परिषद की नियमित बैठकें नहीं होतीं और योजनाओं को जानबूझकर लंबित रखा जाता है। पूर्ण योजनाओं का भुगतान नहीं किया जा रहा है, जिससे विकास बाधित हो रहा है।
जिप सदस्य विनोद उरांव ने लातेहार जिला परिषद में डीआरडीए का पूर्ण विलय, जिला परिषद की नियमित बैठक सुनिश्चित करने, सहायक और कनिष्ठ अभियंताओं की नियुक्ति की मांग की।
सदस्य संतोषी शेखर ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने अब भी उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया, तो सभी जिला परिषद सदस्य सामूहिक इस्तीफा देने को बाध्य होंगे।
जिप सदस्य कन्हाई सिंह ने जिला परिषद मद से चलने वाली योजनाओं की शीघ्र स्वीकृति और समयबद्ध कार्यान्वयन की मांग की।
धरना के माध्यम से निम्नलिखित प्रमुख मांगें रखी गईं:
- सभी प्रखंडों में डाक बंगला निर्माण की प्रक्रिया पूर्ण कर निविदा प्रकाशित की जाए
- जिला परिषद सदस्यों को क्षेत्र भ्रमण हेतु इंधन की सुविधा दी जाए
- विभागीय योजनाओं में जिप सदस्यों को प्राथमिकता मिले
- पूर्ण योजनाओं की राशि का शीघ्र भुगतान हो
- जिला परिषद के लिए अलग कार्यालय भवन का निर्माण किया जाए
धरना में जिप सदस्य प्रियंका कुमारी, चंचला देवी, प्रतिमा देवी, बुद्धेश्वर सिंह, रमेश राम, सनपतिया देवी, ए. नगेशिया, जीरा देवी सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे। धरना के उपरांत राज्यपाल के नाम संबोधित एक ज्ञापन उपायुक्त लातेहार को सौंपा गया।