
नई दिल्ली/श्रीनगर – पुलवामा के पास पहलगाम नरसंहार के ठीक 15वें दिन, मंगलवार रात 1:44 बजे भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और गुलाम जम्मू-कश्मीर (PoJK) में मौजूद आतंकी ठिकानों पर जोरदार एयर स्ट्राइक की। इस कार्रवाई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया है। सेना और सरकार के उच्च सूत्रों ने पुष्टि की है कि इस सर्जिकल स्ट्राइक में कुल 9 आतंकी ठिकाने पूरी तरह तबाह किए गए हैं। खास बात यह रही कि इस पूरे ऑपरेशन में भारत का कोई भी जवान हताहत नहीं हुआ और सभी सुरक्षित लौट आए।
एयर स्ट्राइक का समय और स्थान
ऑपरेशन की शुरुआत मंगलवार और बुधवार की दरम्यानी रात 1:44 बजे हुई। भारत के मिराज-2000, सुखोई-30 एमकेआई और ड्रोन यूनिट्स ने मिलकर यह कार्रवाई अंजाम दी। बमबारी मुख्य रूप से पाक अधिकृत कश्मीर के कोटली, मीरपुर और रावलकोट इलाकों में स्थित आतंकी कैंपों पर की गई। इसके अलावा पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुछ संवेदनशील ठिकानों को भी निशाना बनाया गया।
आईएसआई और लश्कर-ए-तैयबा के ठिकाने बने निशाना
सूत्रों के मुताबिक, ये ठिकाने लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिद्दीन जैसे आतंकी संगठनों से जुड़े थे, जिन्हें पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई की शह प्राप्त थी। खुफिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इन ठिकानों पर भारी मात्रा में गोला-बारूद, ट्रेंड आतंकी और आधुनिक हथियार जमा थे। इनमें से कई ठिकाने उन आतंकियों के प्रशिक्षण कैंप थे, जो भारत में आत्मघाती हमले की योजना बना रहे थे।
बिना हताहत, पूरी तैयारी के साथ अंजाम दिया गया मिशन
रक्षा मंत्रालय के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर में पूरी तैयारी के साथ वायुसेना के विशेष दस्तों ने हिस्सा लिया। उपग्रह से प्राप्त रीयल टाइम इंटेलिजेंस, ड्रोन सर्विलांस और ग्राउंड पर मौजूद खुफिया एजेंटों की मदद से इस मिशन की सटीक योजना बनाई गई थी। मिशन के दौरान इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सिस्टम का इस्तेमाल कर दुश्मन के रडार को निष्क्रिय किया गया, जिससे विमानों की लोकेशन पता न चल सके।
प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री ने दी कार्रवाई की मंजूरी
इस ऑपरेशन को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) की निगरानी में अंजाम दिया गया। प्रधानमंत्री कार्यालय ने रात में ही युद्धस्तरीय बैठक बुलाई थी, जिसमें रक्षा मंत्री, सेना प्रमुख और वायुसेना प्रमुख मौजूद थे। कार्रवाई की मंजूरी खुद प्रधानमंत्री ने दी। बताया जा रहा है कि ऑपरेशन से कुछ घंटे पहले ही पीएम मोदी को तमाम तैयारियों से अवगत कराया गया था।
पहलगाम नरसंहार का जवाब
2 हफ्ते पहले पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 19 तीर्थयात्रियों की मौत और 30 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। इस बर्बर हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। सरकार पर लगातार दबाव था कि इसका सख्त जवाब दिया जाए। ऑपरेशन सिंदूर को उसी नरसंहार का जवाब माना जा रहा है।
पाकिस्तान की पहली प्रतिक्रिया और कूटनीतिक हलचल
एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान की सेना ने शुरुआती तौर पर किसी बड़ी क्षति से इनकार किया है, लेकिन सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे कुछ वीडियो और स्थानीय रिपोर्ट्स इससे उलट तस्वीर पेश कर रहे हैं। इस बीच संयुक्त राष्ट्र और अन्य वैश्विक मंचों पर भारत ने आतंकी गतिविधियों में पाकिस्तान की भूमिका के सबूत भी पेश करने की तैयारी शुरू कर दी है।
देशभर में जश्न और विपक्ष का समर्थन
जैसे ही ऑपरेशन सिंदूर की खबर सामने आई, पूरे देश में खुशी की लहर दौड़ गई। सोशल मीडिया पर #OperationSindoor ट्रेंड करने लगा। विपक्ष के तमाम नेताओं ने भी सरकार की इस कार्रवाई को सराहा है और आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता का संदेश दिया है।