
रांची। भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए झारखंड में भी सतर्कता बढ़ा दी गई है। राज्य पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों को विशेष एहतियात बरतने और संवेदनशील क्षेत्रों पर नजर रखने के निर्देश दिए हैं। पुलिस को यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि राज्य में सांप्रदायिक सौहार्द बना रहे और किसी भी तरह की अफवाह या नफरत फैलाने वाली गतिविधियों पर तुरंत रोक लगाई जाए।
पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिया है कि वे विभिन्न समुदायों के बीच आपसी समन्वय और भाईचारा बनाए रखने के लिए स्थानीय स्तर पर पहल करें। पुलिस बल को सभी समुदायों के प्रमुख लोगों से लगातार संपर्क में रहने और स्थिति की निगरानी करने को कहा गया है, ताकि समय रहते किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोका जा सके।
राज्य में पहले भी आतंकी गतिविधियों के मामले सामने आ चुके हैं। जिन आतंकी संगठनों के ठिकानों को भारत ने हाल ही में निशाना बनाया है, उनके कई सहयोगी झारखंड के विभिन्न जिलों से पूर्व में गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इसी इतिहास को ध्यान में रखते हुए झारखंड पुलिस की खुफिया इकाइयां राज्य के भीतर किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर नजर बनाए हुए हैं। हालांकि, अब तक राज्य के किसी भी हिस्से से किसी आपत्तिजनक गतिविधि की पुष्टि नहीं हुई है।
इस बीच, पुलिस ने इंटरनेट मीडिया पर भी अपनी निगरानी बढ़ा दी है। फेसबुक, ट्विटर (अब एक्स), इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म्स पर देशविरोधी या भड़काऊ सामग्री पोस्ट करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। सभी जिलों के साइबर सेल को सक्रिय कर दिया गया है और उन्हें किसी भी आपत्तिजनक पोस्ट या गतिविधि की पहचान कर त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।
राज्य पुलिस का कहना है कि इंटरनेट मीडिया का दुरुपयोग कर देश की एकता और अखंडता को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस तकनीकी माध्यमों से ऐसे पोस्ट की निगरानी कर रही है और जरूरत पड़ने पर कानूनी प्रावधानों के तहत कार्रवाई की जाएगी।
इसके साथ ही, राज्य पुलिस ने सैन्य गतिविधियों और देश के मौजूदा हालात पर भी नजर रखने की बात कही है, ताकि किसी भी प्रकार की चुनौतीपूर्ण स्थिति से निपटने के लिए समय रहते कदम उठाए जा सकें। पुलिस का जोर न केवल कानून-व्यवस्था बनाए रखने पर है, बल्कि समाज में शांति और सद्भाव को भी कायम रखने पर है।
कुल मिलाकर, झारखंड पुलिस ने राज्य को शांत और सुरक्षित बनाए रखने के लिए हर आवश्यक कदम उठाना शुरू कर दिया है। आम जनता से भी अपील की गई है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें। समाज में शांति और भाईचारा बनाए रखने के लिए प्रशासन और नागरिकों का साझा प्रयास ही सबसे बड़ा हथियार साबित हो सकता है।