
बरहरवा: साहिबगंज जिले के राजमहल शहर के वार्ड नंबर 2, महाजन टोली मोहल्ले में गुरुवार की अहले सुबह एक आरा मिल में भीषण आग लग गई। आग इतनी तेजी से फैली कि मिल सहित वहां रखा सारा सामान जलकर राख हो गया। इस अग्निकांड में लाखों रुपये की क्षति हुई है।
सुबह मॉर्निंग वॉक के दौरान दिखा धुआं
प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह आग गौतम सो मिल में लगी। सुबह लगभग 5:00 बजे कुछ लोग जब मॉर्निंग वॉक के लिए निकले, तो उन्होंने मिल के एक कोने से हल्का धुआं उठते देखा। पहले तो उन्हें संदेह हुआ, लेकिन जैसे ही कुछ लोगों ने पास जाकर देखा, उन्हें एहसास हुआ कि मिल में आग लग चुकी है। स्थानीय लोगों ने तुरंत हल्ला मचाना शुरू कर दिया, लेकिन तब तक आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और पूरी मिल को अपनी चपेट में ले लिया।
दमकल की गाड़ियां भी आग पर नहीं कर सकीं काबू
घटना की जानकारी मिलते ही मिल मालिक गौतम चिरानिया और दमकल विभाग को सूचना दी गई। दमकल की गाड़ी कुछ ही देर में मौके पर पहुंच गई और आग बुझाने का प्रयास करने लगी, लेकिन आग की लपटें इतनी तेज थीं कि दमकल की पानी की बौछारें भी आग पर काबू नहीं पा सकीं।
जनप्रतिनिधियों और प्रशासन की तत्परता
आग की भयावहता को देखते हुए विधायक प्रतिनिधि मो. मारूफ उर्फ गुड्डू, प्रभारी थाना प्रभारी विक्रम कुमार, नगर पंचायत कार्यालय और अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। नगर पंचायत कार्यालय से तुरंत चार से पांच टैंकर, साहिबगंज से दमकल की दूसरी गाड़ी, और एनएच के निर्माण कार्य में लगे टैंकरों को बुलाया गया।
इसके अलावा, स्थानीय लोग भी कुएं, मोटर, बाल्टी और अन्य साधनों से आग बुझाने में जुट गए, लेकिन आग पर काबू पाना बेहद मुश्किल हो गया। लगभग 6 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद भी आग पूरी तरह से नहीं बुझी थी।
आग से आसपास के घरों को भी नुकसान
इस अग्निकांड की चपेट में आकर आसपास के कई घरों को भी नुकसान हुआ। पानी की टंकियां और अन्य घरेलू सामान जल गए। आग की लपटें इतनी ऊंची थीं कि घटनास्थल से उठता धुआं लगभग 2 से 2.5 किलोमीटर दूर से भी नजर आ रहा था।
आग का कारण रहस्य, शॉर्ट सर्किट की संभावना खारिज
मिल के मालिक गौतम चिरानिया ने बताया कि इस हादसे में लाखों रुपये की संपत्ति स्वाहा हो गई। उन्होंने कहा कि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि आग से क्या-क्या नुकसान हुआ है, क्योंकि जब तक आग पूरी तरह से ठंडी नहीं होगी, तब तक वास्तविक स्थिति का अंदाजा लगाना मुश्किल है।
उन्होंने यह भी बताया कि मिल में बिजली का कनेक्शन नहीं था, इसलिए शॉर्ट सर्किट से आग लगने की संभावना नहीं है। ऐसे में यह सवाल उठता है कि आग किसी ने लगाई, या किसी अन्य कारण से फैली? इस मामले की जांच पुलिस के लिए एक चुनौती बनी हुई है।
प्रशासन ने दिए जांच के आदेश
घटना की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने जांच के आदेश दिए हैं। पुलिस आग लगने के संभावित कारणों को ध्यान में रखते हुए जांच कर रही है। इसके अलावा, प्रशासन यह भी देख रहा है कि क्या आगजनी के पीछे कोई साजिश थी, या फिर यह किसी अचानक हुई दुर्घटना का नतीजा था।
स्थानीय लोग सहमे, मिल मालिक ने मांगा मुआवजा
इस घटना के बाद स्थानीय लोग डरे हुए हैं। क्षेत्र में पहले भी आगजनी की घटनाएं हो चुकी हैं, जिससे लोग सहमे हुए हैं। मिल मालिक गौतम चिरानिया ने प्रशासन से मुआवजे की मांग की है, ताकि उन्हें इस भारी नुकसान से राहत मिल सके।
आग बुझाने में प्रशासन और स्थानीय लोगों की कड़ी मेहनत
आग पर काबू पाने के लिए दमकल विभाग, नगर पंचायत, प्रशासन और स्थानीय लोगों ने पूरी कोशिश की। हालांकि, इस भीषण आग ने लाखों रुपये की संपत्ति को राख में तब्दील कर दिया।
आग से हुए नुकसान की विस्तृत रिपोर्ट की प्रतीक्षा
अब सभी की नजरें प्रशासन की आगजनी की विस्तृत रिपोर्ट और पुलिस की जांच पर टिकी हैं। यह देखने वाली बात होगी कि क्या आगजनी की वजह प्राकृतिक थी, या इसमें किसी की लापरवाही या साजिश शामिल थी।