
(रिपोर्ट: अमीन अंसारी, रांची)
पूर्व सीएम रघुवर दास और बाबूलाल मरांडी पर कार्रवाई की मांग
रांची। झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव आलोक कुमार दूबे ने गिरिडीह की घटना पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व मुख्यमंत्रियों रघुवर दास और बाबूलाल मरांडी के बयानों की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा नेता लोगों को भड़काकर राज्य में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने मांग की कि गिरिडीह के एसपी को धमकाने के आरोप में रघुवर दास के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी की जाए।
भाजपा की साजिश को नाकाम करेगी जनता
आलोक कुमार दूबे ने कहा कि झारखंड में हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांतों पर चल रही है, जिससे भाजपा घबरा गई है। यही वजह है कि भाजपा के नेता अनर्गल बयानबाजी कर राज्य सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि झारखंड की जनता भाजपा की इस साजिश को भली-भांति समझती है और उनके मंसूबों को कभी सफल नहीं होने देगी।
‘भाजपा की सरकार में विपक्ष पर प्रतिबंध, लेकिन हमारी सरकार पारदर्शी’
प्रदेश कांग्रेस महासचिव ने भाजपा पर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी सरकार में विपक्षी नेताओं को घटनास्थल पर जाने की अनुमति दी जाती है, जबकि भाजपा शासित राज्यों में पुलिस और प्रशासन के जरिए विपक्ष को रोका जाता है। लेकिन विपक्षी नेताओं की जिम्मेदारी है कि वे किसी भी संवेदनशील मामले में सामाजिक समरसता और सौहार्द बनाए रखने की कोशिश करें, न कि भड़काने या उकसाने का काम करें।
‘धर्म नहीं, संविधान से चलेगा झारखंड’
आलोक कुमार दूबे ने कहा कि झारखंड कानून और संविधान के अनुसार चलेगा, न कि धर्म के ठेकेदारों के इशारों पर। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं को यह गलतफहमी नहीं पालनी चाहिए कि वे झूठे प्रचार और भड़काऊ बयानों से जनता को गुमराह कर लेंगे। उन्होंने रघुवर दास पर गिरिडीह के एसपी को धमकाने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस मामले में उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए।
गिरिडीह की घटना पर राजनीति क्यों?
झारखंड में हाल ही में हुई गिरिडीह की घटना को लेकर भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने आ गए हैं। भाजपा नेताओं का कहना है कि राज्य सरकार मामले में निष्पक्ष कार्रवाई नहीं कर रही है, जबकि कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा जानबूझकर माहौल को बिगाड़ने की कोशिश कर रही है।
आलोक कुमार दूबे ने कहा कि भाजपा के नेता सत्ता से बाहर होने के बाद बौखला गए हैं और हर कीमत पर झारखंड सरकार को अस्थिर करना चाहते हैं। लेकिन झारखंड की जनता उनके बहकावे में नहीं आएगी और शांति एवं एकता बनाए रखेगी।
उन्होंने राज्य सरकार से मांग की कि गिरिडीह की घटना में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए और भाजपा नेताओं की भड़काऊ बयानबाजी पर रोक लगाई जाए।