
Jharkhand:-राज्य में पुलिसकर्मियों की वर्दी को लेकर बड़ी कार्रवाई की तैयारी शुरू हो गई है। पुलिस की वर्दी में अनुशासनहीनता बरतने वाले अधिकारियों और कर्मियों पर अब गाज गिर सकती है। राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अनुराग गुप्ता ने इस संबंध में सख्त निर्देश जारी किए हैं।
डीजीपी ने आदेश में कहा है कि अक्सर देखा जा रहा है कि पुलिसकर्मी निर्धारित वर्दी नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। कई पुलिस अधिकारी और कर्मचारी वर्दी के साथ अलग-अलग रंगों के स्वेटर, जैकेट और जूते पहनते हैं, जो पुलिस नियमावली के अनुसार अनुचित है। यह पुलिस विभाग के परिशिष्ट 65 के प्रावधानों के खिलाफ है। इसी को लेकर अब राज्य भर में वर्दी नियमों का कड़ाई से पालन कराने के निर्देश दिए गए हैं।
परिशिष्ट 65 में वर्दी को लेकर स्पष्ट प्रावधान
डीजीपी अनुराग गुप्ता ने अपने आदेश में कहा है कि पुलिस नियमावली के परिशिष्ट 65 के नियम 1052 और 1054 में सभी पुलिस पदों के लिए निर्धारित वेशभूषा और टर्नआउट को लेकर स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं। इसमें यह बताया गया है कि सभी रैंक के पुलिसकर्मियों के कपड़े निर्धारित नियमों के अनुसार होने चाहिए। बावजूद इसके, पुलिसकर्मी अक्सर नियमों को ताक पर रखकर अलग-अलग रंगों के ऊनी कपड़े पहनते हैं, जिससे अनुशासनहीनता झलकती है।
डीजीपी ने कहा कि राज्य सरकार सभी पुलिसकर्मियों को वार्षिक वर्दी भत्ता प्रदान करती है, ताकि वे निर्धारित वर्दी खरीद सकें। इसके बावजूद कई पुलिसकर्मी तय वर्दी की जगह अपनी पसंद के परिधान पहनते हैं, जो उचित नहीं है।
केवल खाकी रंग के ऊनी कपड़ों की अनुमति
सर्दी के मौसम में वर्दी से भिन्न रंगों के स्वेटर और जैकेट पहनने पर रोक लगाते हुए डीजीपी ने आदेश दिया है कि पुलिसकर्मी केवल खाकी रंग के ऊनी स्वेटर या जैकेट ही पहन सकते हैं। इसके अलावा, जैकेट पर उनके पद के अनुसार बैच लगाना भी अनिवार्य किया गया है।
यह भी देखा गया है कि कई पुलिसकर्मी अलग-अलग रंग के जूते पहनते हैं, जो पुलिस की गरिमा के खिलाफ है। डीजीपी ने स्पष्ट किया कि सभी पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को नियमों के अनुरूप जूते पहनने होंगे।
एसपी, एसएसपी और इकाई प्रमुखों को निगरानी का निर्देश
डीजीपी अनुराग गुप्ता ने आदेश में कहा है कि जिले के एसपी, एसएसपी, समादेष्टा और इकाई प्रमुखों को यह सुनिश्चित करने के लिए निर्देश दिया गया है कि सभी पुलिसकर्मी इस आदेश का पालन करें। किसी भी पुलिसकर्मी द्वारा नियमों का उल्लंघन पाए जाने पर उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
सोशल मीडिया और निरीक्षण में मिली गड़बड़ियां
डीजीपी ने कहा कि राज्य भ्रमण के दौरान और सोशल मीडिया पर सामने आई तस्वीरों में कई पुलिसकर्मियों को निर्धारित नियमों के विपरीत वर्दी पहने देखा गया है। यह न केवल अनुशासनहीनता को दर्शाता है, बल्कि पुलिस विभाग की गरिमा को भी ठेस पहुंचाता है। इसे रोकने के लिए ही यह सख्त निर्देश जारी किया गया है।
आदेश का उल्लंघन करने पर होगी कार्रवाई
डीजीपी ने आदेश में स्पष्ट कर दिया है कि वर्दी नियमों का पालन न करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जिले के पुलिस कप्तानों को अपने-अपने क्षेत्र में यह सुनिश्चित करना होगा कि सभी पुलिसकर्मी इस आदेश का पालन करें।
यह आदेश जारी होने के बाद सभी पुलिस इकाइयों को सतर्क कर दिया गया है। अब पुलिसकर्मियों को वर्दी से जुड़ी अनुशासनहीनता नहीं करने की हिदायत दी गई है।
पुलिसकर्मियों में हड़कंप
डीजीपी के इस आदेश के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। कई जिलों में पुलिस अधिकारियों ने अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को इस नियम का पालन करने की सख्त हिदायत दी है। कुछ जगहों पर पुलिसकर्मियों को नोटिस देकर निर्देशों का पालन करने को कहा गया है।
आम जनता में मिली-जुली प्रतिक्रिया
इस फैसले पर आम जनता की मिली-जुली प्रतिक्रिया सामने आ रही है। कुछ लोगों का मानना है कि इससे पुलिस महकमे में अनुशासन बढ़ेगा और उनकी छवि और गरिमा बरकरार रहेगी। वहीं, कुछ लोगों का कहना है कि पुलिसकर्मियों को भी सर्दी के मौसम में सुविधा अनुसार ऊनी कपड़े पहनने की छूट मिलनी चाहिए।
राज्य के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने पुलिसकर्मियों की वर्दी को लेकर सख्त आदेश जारी किए हैं। अब किसी भी पुलिस अधिकारी या कर्मचारी को अलग-अलग रंगों के जैकेट, स्वेटर या जूते पहनने की अनुमति नहीं होगी। सभी पुलिसकर्मियों को खाकी रंग के ऊनी स्वेटर या जैकेट पहनने होंगे और उनके पद के अनुसार बैच लगाने होंगे। इस आदेश का उल्लंघन करने वालों पर कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। एसपी, एसएसपी और अन्य इकाई प्रमुखों को इस आदेश को लागू कराने की जिम्मेदारी दी गई है।