
दीपक कुमार,
जमशेदपुर :- मेहनत इस कदर करों कि कामयाबी मिलें तो शोर मच जाएं। जी हां! इस कहावत को चरितार्थ की है शहर की एक बिटिया ने। नाम है अंशु कुमारी।
अंशु कुमारी प्रतिष्ठित परीक्षा यूपीएससी में सफलता हासिल की है। उसे यह कामयाबी दूसरे प्रयास में हासिल हुई। पढ़ाई में अव्वल अंशु की स्कूलिंग लोयोला स्कूल से हुई। जबकि 12 वीं डीएवी पब्लिक स्कूल बिष्टुपुर से की ।
उसके बाद एनआईटी दुर्गापुर से बीटेक की डिग्री प्राप्त की। फिर दो सालों तक वो एलएनटी में नौकरी की। नौकरी के दौरान मुंबई में रहीं । परंतु मन नौकरी में नहीं लगा। फिर उसने बुलंद हौसलों के साथ कठिन परीक्षाओं में एक यूपीएससी की तैयारी की ठानी। उसने लक्ष्य बनाई , ईमानदारी से प्रयत्न की , प्रयत्न भी तब तक की जबतक कामयाबी नहीं मिली। नतीजा आज सफलता अंशु की कदम चुंब रही है।
शनिवार को अंशु अपनी मां श्रीमती रंजुला सिन्हा एवं पिता सुजय सिंह के साथ छोटा गोविंदपुर स्थित पटेल भवन में प्रतिभा सम्मान कार्यक्रम में शिरकत करने आईं। सादगी और सौम्य की प्रतिमूर्ति अंशु उक्त प्रतिभा सम्मान कार्यक्रम में आम छात्र – छात्राओं की तरह ही सभागार में बैठी थी। कार्यक्रम के दौरान उद्घोषक द्वारा अंशु का नाम पुकारा गया और उसकी उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी गई तो तालियों की गड़गड़ाहट गूंज उठी। सबों की निगाहें अंशु पर आकर ठहर गई। तभी किसी ने आवाज दी बेटी हो तो ऐसी !
फिर कार्यक्रम में उपस्थित बिहार के मंत्री श्रवण कुमार भी तालियां बजाकर हौसला अफजाई की। उन्होंने अपने हाथों से प्रतीक चिन्ह देकर अंशु को सम्मानित किया। अंशु की इस उपलब्धि से न सिर्फ उनके अपने बल्कि कुर्मी समाज समेत जमशेदपुर शहर के तमाम लोग खुश हैं।