
दिवाली की तारीख को लेकर थोड़ी असमंजस थी, लेकिन द्रिक पंचांग के अनुसार, यह 31 अक्टूबर को मनाई जाएगी ।यह त्योहार पूरे देश में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है, जो अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने वाला पर्व माना जाता है ।
उत्तर प्रदेश, बिहार, और राजस्थान जैसे राज्यों में दिवाली की छुट्टियों का ऐलान किया जा चुका है ।यहाँ कुछ राज्यों में दिवाली की छुट्टी की जानकारी दी गई है।
झारखंड में दिवाली की तारीख की घोषणा हो गई है! इस साल दिवाली 31 अक्टूबर को मनाई जाएगी। यह त्योहार पूरे देश में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है, जो अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने वाला पर्व माना जाता है।
उत्तर प्रदेश, बिहार, और राजस्थान जैसे राज्यों में दिवाली की छुट्टियों का ऐलान किया जा चुका है। यहाँ कुछ राज्यों में दिवाली की छुट्टी की जानकारी दी गई है:
- उत्तर प्रदेश: 31 अक्टूबर को दिवाली की छुट्टी, इसके बाद 2 नवंबर को गोवर्धन पूजा और 3 नवंबर को भाई दूज के अवसर पर भी अवकाश घोषित किया गया है।
- बिहार: 1 और 2 नवंबर को दिवाली की छुट्टी होगी।
- राजस्थान: 31 अक्टूबर से 2 नवंबर तक तीन दिन की छुट्टी रहेगी।
- दिल्ली: 1 नवंबर को दिवाली की छुट्टी घोषित की गई है, और स्कूलों में 31 अक्टूबर से 3 नवंबर तक का अवकाश रहेगा।
- महाराष्ट्र: 1 और 2 नवंबर को सरकारी छुट्टी रहेगी।
- मध्य प्रदेश: 1 और 2 नवंबर को सभी सरकारी कार्यालय और स्कूल बंद रहेंगे।
दिवाली 2024 की तारीखें राज्यों के अनुसार आईए जानें
उत्तर प्रदेश: 31 अक्टूबर- बिहार: 1 और 2 नवंबर- राजस्थान: 31 अक्टूबर से 2 नवंबर- दिल्ली: 1 नवंबर- महाराष्ट्र: 1 और 2 नवंबर- मध्य प्रदेश: 1 और 2 नवंबर- झारखंड: 31 अक्टूबर दिवाली की छुट्टियों की घोषणा राज्य सरकारों द्वारा की जाती है, इसलिए तारीखें अलग-अलग राज्यों में भिन्न हो सकती हैं।
दीपावली क्यों मनाई जाती हैं, आईए जानें..?
दीपावली हिंदुओं का एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो पूरे देश में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। यह त्योहार अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने वाला पर्व माना जाता है।
दीपावली के पीछे की कहानी इस प्रकार है:रामायण में वर्णित है कि भगवान राम 14 वर्षों के वनवास के बाद अपनी पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ अयोध्या लौटे थे।
उनके आगमन की खुशी में अयोध्या के लोगों ने घी के दीये जलाकर उनका स्वागत किया था।इसी कारण से दीपावली को “दीपों का त्योहार” भी कहा जाता है।
दीपावली के दिन लोग अपने घरों को साफ-सुथरा करके दीये जलाते हैं, आतिशबाजी करते हैं, और अपने परिवार और मित्रों के साथ मिलकर खुशियां मनाते हैं।
इस त्योहार का उद्देश्य बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है, और यह हमें अच्छे और बुरे के बीच के अंतर को समझने की प्रेरणा देता है।