नदी के दूसरी ओर रहने वाले लोग फंसे,पानी कम होने का इंतजार करते नजर आये,जाम में सात घंटे तक दोनों तरफ की वाहन फंसी रही।

महुआडांड़:- पठारी भागों में बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।अनुमंडल के महुआडांड़ और गारू प्रखंड में स्थित कई नदियों ने विकराल रूप धारण कर लिया है। नदियों का पानी पुल-पुलिया के ऊपर से गुजर रहा है।इससे कई गांव का प्रखंड मुख्यालय से संपर्क टूट गया है।
वहीं बारेसांड के पास महुआडांड़-गारू मुख्य पथ पर पेड़ गिर जाने के कारण सड़क पर आवागमन काफी देर तक बाधित रहा। महुआडांड़ और गारू प्रखंड में रात में भी जोरदार बारिश हुई। छत्तीसगढ़ के कुछ भागों में भी जोरदार बारिश होने के कारण दोनों प्रखंड में बहने वाली नदियां उफान पर आ गई हैं महुआडांड़ प्रखंड के राजडंडा गांव में बहने वाली नदी भी अपने स्तर से ऊपर नजर आ रही है।इससे गांव में आवागमन पूरी ठप हो गया।
इधर, नदी के दूसरी ओर गांव में रहने वाले लोग प्रखंड मुख्यालय में आने के लिए नदी के किनारे खड़े होकर बाढ़ कम होने का इंतजार कर रहे हैं। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि पिछले कई वर्षों बाद नदी का पानी पुल के ऊपर से बह रहा है।बाढ़ के कारण पुल की रेलिंग का एक पाइप भी टूट गया है।जिससे वाहनों की आवाजाही ठप हो गई है। जिस कारण लगभग सात घंटे दोनों किनारे वाहन की लम्बी वाहन की कतार लग गई। सात घंटे बाद धीर धीर जाम हटी।
महुआडांड़ और गारू में बहने वाली पहाड़ी नदियां
महुआडांड़ और गारू में बहने वाली अधिकांश नदियां पहाड़ी नदियां हैं। जो छत्तीसगढ़ से निकलने वाली नदियों से जुड़ी हुई हैं।पहाड़ी नदी होने के कारण जब बाढ़ आता है तो पानी का बहाव बहुत तेज और खतरनाक हो जाता है। मामूली बाढ़ आने पर भी नदी को पार करना खतरे से खाली नहीं होता।
इधर महुआडांड़ प्रखंड के परहाटोली के मो० नसीर के घर में पूरे गाँव के नाली का पानी घुस गया।वही पानी निकासी को लेकर नाली निर्माण की मांग की है।