
दुमका:- इंडियन बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान, जामा दुमका के तत्वाधान में महिलाओं के लिए 30 दिवसीय महिला सिलाई कटाई का प्रशिक्षण का समापन शनिवार को किया गया।. प्रशिक्षण समापन के दौरान प्रशिक्षित प्रशिक्षुओं को निदेशक एवं संकाय सदस्यों के द्वारा भारत सरकार के एनसीवीटी युक्त प्रमाण पत्र भी दिया गया।आरसेटी के निदेशक पंकज कुमार चौधरी ने कहा कि झारखंड को संवारने में सखी मंडल से जुड़ी महिलाऐं भी अहम भूमिका निभा रही हैं।भारत सरकार के आजीविका मिशन के तहत् गरीबी रेखा से नीचे की महिलाओं को इस तरह का प्रशिक्षण देकर रोजगार से जोड़ा जा रहा है। इससे न केवल महिलाऐं खुद का आर्थिक विकास कर रही है बल्कि राज्य के विकास में भी योगदान कर रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण हेतु महिलाओं का कौशल विकास होना आवाश्यक है। महिलाऐं सिलाई कटाई का व्यवसाय कर परिवार व समाज को आर्थिक रूप से मज़बूत करें।अंत में उन्होंने सभी महिला प्रशिक्षुओं से कहा कि आरसेटी द्वारा आपको हर संभव मदद किया जायेगा। आरसेटी के संकाय सदस्य अमरदीप कुमार ने सभी प्रशिक्षुओं को सफल उद्यमी बनने के सारे गुण बताएं, जिसमें उद्यमी की दक्षता, बाजार सर्वेक्षण,समय प्रबंधन, समस्याओं का समाधान,योजना प्रारूप,तथा बैंकों के विभिन्न योजनाओं के बारे में भी बतलाया। बोकारो से आई मास्टर ट्रेनर अनिता शर्मा ने सभी प्रशिक्षुओं को साधारण ब फैंसी ब्लाउज, पेटीकोट, सलवार, नाईट सूट, अनारकली सूट, पटियाला सूट, स्कूल यूनिफॉर्म, बेबी फ्रॉक, घंघरी, बाबा सूट, लेगिंज और लेडीज जींस के साथ साथ करीब 18-20 तरह के डिजाइनों की जानकारी दी ताकि महिलाएं घर में रहकर अपने काम करते उद्यमी बन सके। ज्ञात हो कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल प्रशिक्षुओं का अंतिम मूल्यांकन भारत सरकार द्वारा कराया गया। इस मौके पर ,आरसेटी के संकाय उत्पल कुमार लाहा, अमरदीप कुमार, कार्यालय सहायक अभिषेक कुमार,तथा संजय सोरेन एवं अन्य उपस्थित थे।