
संवाददाता,
महुआडांड़/लातेहार:- संत जेवियर्स महाविद्यालय महुआडांड़ के सभागार में मजदूर दिवस पर कार्यक्रम का अयोजन किया गया. इस कार्यक्रम की शुरुआत इतिहास विभाग के विद्यार्थियों द्वारा मजदूरों के सम्मान को लेकर एक गीत प्रस्तुत किया गया। गीत का भावार्थ यह था कि मज़दूर हमारे गांव, समाज व राष्ट्र के विकास में अतुलनीय ,असाधारण व महत्त्वपूर्ण अदा करते हैं फिर भी समाज में उनकी स्थिति गौण है, गीत के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि “आज भी मजदूर शोषित और पीड़ित है जबकि समाज कल्याण व समाज के विकास में सबसे ज्यादा मजदूरों का योगदान है। इस अवसर पर डॉ. फादर एम. के. जोश ने महाविद्यालय के सभी शिक्षेत्तर कर्मचारियों को गुलदस्ता देकर सम्मानित किया। और उनके लिए तथा कॉलेज के सभी प्रोफेसर्स के लिए इस शुभ दिवस के दिन मिष्ठान की भी व्यवस्था की, तत्पश्चात् प्राचार्य डॉ. फादर एम. के. जोश ने सभी विभाग के प्रोफेसर्स और शिक्षेत्तर कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि इस दुनिया में सभी व्यक्ति चाहे वे मानसिक कार्य कर रहें हों, या शारीरिक; सभी मजदूर हैं। मज़दूर शब्द मजबूरी का प्रतीक नहीं है बल्कि ये राष्ट्र व समाज का आधार हैं। मजदूरों के परिश्रम के बिना समूचा राष्ट्र ही आधारहीन है। एक राष्ट्र का पूर्ण विकास तब तक नहीं हो सकता जब तक मजदूरों को उचित वेतन नहीं मिलेगा , और जब तक मजदूरों को उनके कार्य व योगदान के लिए समाज में सम्मान नहीं मिलेगा ।एक शिक्षेत्तर कर्मचारी जयप्रकाश नागेशिया ने कहा कि महाविद्यालय का सहयोग व स्नेह इसी तरह से बना रहेगा तो हमलोग मिल जुलकर अपने महाविद्यालय को सफ़लता की नई बुलंदियों तक पहुंचा सकते हैं।श्रीमती एनोरा लकड़ा संत जोसेफ पर्व के उपलक्ष्य में सभी को बधाई दी । और कहा कि हमारा महाविद्यालय ऐसा है कि यहां किसी का स्तर या स्टेट्स देखकर उसको सम्मान नहीं मिलता बल्कि उसके कार्यों की वज़ह से उसकी प्रशंसा होती है और उसकी सराहना की जाती है।अंत में लाइब्रेरियन चंदन ने कहा कि फादर प्रिंसिपल का सहयोग और प्रेरणा के कारण ही हमलोग महाविद्यालय में उत्प्रेरित होकर हमेशा कार्य करते हैं। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में उप प्राचार्या सिस्टर कैसलिन जूलिएट, असिस्टेंट प्रोफ़ेसर अजय कुमार साव, मंच संचालिका व असिस्टेंट प्रोफ़ेसर डॉ. स्मिता तिग्गा का विशेष योगदान रहा।