दिनेश यादव की रिर्पोट,

सतबरवा:-( पलामू)अद्दिकुडूख सरना समाज सतबरवा पलामू के तत्वाधान में सरहुल पूजा का कार्यक्रम प्रखंड अध्यक्ष विष्णुदेव उरांव,सचिव प्रवेश उरांव, कोषाध्यक्ष इंद्रदेव उरांव, जिला उपाध्यक्ष सह बकोरिया पंचायत के मुखिया संतोष उरांव तत्वधान में आयोजन किया गया। सरना समाज ने प्राकृतिक का पूजा पारंपरिक तरीके से ढोल, नगाड़े , मांदर के साथ किया। जिससे की सभी सरना समाज के लोगों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया और अपनी सांस्कृतिक कला को प्रस्तुत किया।सभी तमाम नृत्यग्य एवं दर्शन गण काफी संख्या में मौजूद थे।
सरहुल में किसकी पूजा होती है?
सरहुल पूजा में धरती और सूरज का विवाह कराया जाता है. इस दिन साल( सखूवा )वृक्ष की पूजा की जाती है।और अच्छी फसल के लिए प्रार्थना की जाती है। सरहुल के एक दिन पहले दो घड़ों में पानी भारा जाता है। और दूसरे दिन पूजा की जाती है।यह देखा जाता है कि किस तरफ से घड़े से पानी बह रहा है।वही सभी श्रोता धावाडीह अधमनिया ,बकोरिया, कुलीया सहित अनेक गांव से आए हुए अपनी कला को प्रस्तुत किया।जुलूस में उपस्थित सभी को पानी पिला कर चना और गुड़ खिलाकर मुंह मीठा कराया गया।
मौके पर जिला परिषद सुधा कुमारी , धावाडीह मुखिया रिंकी यादव, उप प्रमुख कामाख्या नारायण यादव, पूर्व मुखिया शंभू उरांव, विधायक प्रतिनिधि रानाप्रताप कुशवाहा,जिला परिषद पति अजय उरांव, नंदू उरांव,सहदेव उरांव, सेडु उरांव, उपाध्यक्ष रजनी उरांव, रामप्यारी उरांव, चंदन उरांव सहित हजारों हजार की संख्या में सभी श्रोता एवं दर्शक गण उपस्थित थे।