
बरहरवा/साहेबगंज
बरहरवा प्रखंड अंतर्गत कोटालपोखर थाना क्षेत्र के आसपास बालू माफिया काफी सक्रिय हैं। ट्रेक्टरों की ट्रालियों में बालू को ओभरलोड कर बेखौफ होकर तस्करी में संलिप्त हैं। पाकुड़ जिला के महेशपूर प्रखंड आमड़ापाड़ा प्रखंड से लाया जाता है और कोटालपोखर थाना क्षेत्र की ओर से बंगाल भेजा जाता है।सूत्रों के मुताबिक बिना माइनिंग कागजात के ही बालू की अवैध ढूलाई की जा रही है। दिन भर में 20 से 30 गाड़ी चलती है।कुछ दलाल माफिया तो फोन से पता करते हैं गाड़ी कहाँ है।महेशपुर / आमड़ापाड़ा में जैसे गाड़ी खुलती हैं दलाल हिरणपुर प्रखंड के पलनिया गांव होकर डाटापाड़ा गुमानी दरियापुर हो कर बंगाल भेजे देते हैं।कुछ गाड़ी श्यामनगर, सोनाकड़, कोटालपोखर हो कर बंगाल भेज दिया जाता है।बालू माफिया अधिकारियों के साथ सांठगांठ कर गोरखधंधा में जुटे हुए हैं। इसके बावजूद लगातार बालू की ढुलाई जारी है।ग्रामीणों द्वारा लगातार शिकायत किए जाने के बाद भी ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है। ग्रामीणों का कहना है कि आखिर किसके दम पर ये माफिया बेखौफ होकर बालू उठाव कर रहे हैं।बालू घाट से उठाव कर प्रतिदिन राजस्व की चोरी कर रहे हैं। इस अवैध कारोबार पर अंकुश लगाने के लिए ग्रामीणों ने अवैध खनन पर रोक लगाने की मांग की है। विरोध करने पर माफिया के द्वारा सभी को धमकी दी जाती है।अब सवाल यह उठता है की पदाधिकारी के मदद के बिना आखिर बालू माफिया द्वारा बालू का अवैध खनन किस प्रकार से गति पकड़ा हुआ है।