
बरहरवा/साहेबगंज
प्रखंड के अंतर्गत बड़ा सोनाकड़ पंचायत के भौंराबांध गांव में निर्माणाधीन उच्च विद्यालय पिछले चार वर्षों मे भी निर्मित नहीं हो पाया है।कारण क्या है, ये बात ठेकेदार निर्मल मण्डल भी नहीं बता पा रहा। उनके जवाब से इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है की यदि खुद की पहुँच पदाधिकारियों से हो तो अगले 5 वर्ष तक भी भवन निर्माण ना भी तो कोई आपत्ति नहीं होगी।भवन निर्माण मे घटिया सामग्री लगायी जा रही है।बंगला भट्ठा के ईट तथा बालू चिप्स व सीमेंट में केवल खानापूर्ति ही समझी जा सकती है।2020 से निर्माण कार्य प्रगतिशील है।पर यह कबतक पूर्ण हो पायेगा यह आंकलन कर पाना मुश्किल है।छत की ढलाई में भी अनियमितता बरती गई है।भवन के छत ढलायी मे महज 2 राजमिस्त्री और मात्र 10 मजदूर की ही मदद से 3500 स्क्वायर फुट का काम करा दिया गया।अब यह विद्यालय भवन कितने वर्षों तक टिके रहेगा यह कह पाना मुश्किल है।अध्यापक दीनेश पांडे का कहना है ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के द्वारा 2020 को शिलान्यास किया गया था।लेकिन ठिकादार के लापरवाही के कारण कार्य अबतक पूर्ण नहीं हो पाया।भवन के पिलर निर्माण मे भी छड़ की माप सही नहीं दी गई।जहां छड़ की मोटाई 14 एमएम होनी चाहिए वहाँ केवल 10 एमएम से काम चला लिया गया। विभाग से अपील है की इसकी उच्च स्तरीय जाँच की जाय।