महाशिवरात्रि मेले की नीलामी 23 लाख 7 हजार रुपये में हुई

लातेहार:- शहर के धनी आबादी के बीच बाजारटांड़ के प्राचीन शिव मंदिर परिसर में हर वर्ष महाशिवरात्रि के अवसर में लातेहार में तकरीबन 15 दिनों का मेला लगता है.जो की महाशिवरात्रि के दिन शुरू होता है और होली के अंत तक रहता है, खासकर यह मेला आसपास के क्षेत्रों में काफी मशहूर है.इस मेला में पशु मेला के साथ साथ बहुत जोरों से शराब की बिक्री किया जाता हैं।जिससे आसपास के लोगों को आपत्ति भी हैं। वहीं लोगों का कहना हैं कि मेला में अधिकतर लोग शराब का सेवन कर गाली गलौज और तो और मारपीट भी होने लगता हैं। इस मेला से सरकार को लाखो रूपये का राजस्व प्रतिव प्रति वर्ष मिलता है, इससे पहले अंचल कार्यालय से इस महाशिवरात्रि मेले की डाक (नीलामी) करायी जाती है. हाल के कुछ वर्षों से नगर पंचायत के द्वारा कराया जा रहा हैं। बाजारटांड़ निवासी लक्ष्मी नारायण पाठक ने आरटीआइ के तहत मांगी समिति की जानकारी। आपको बतादे जबकि पिछले वर्ष इसी मेले की नीलामी महज आठ लाख 43 हजार रूपये में की गयी थी. अब इस नीलामी को कुछ लोगो ने चुनौति भी दी है और मत्स्यजीवी सहयोग समिति के अस्तित्व पर सवाल खड़ा कर दिया है.
इसे ले कर उपायुक्त व नगर प्रशासक को आवेदन सौंपा गया है.इस मेले की डाक करायी जा रही है. इस वर्ष 29 जनवरी को महाशिवरात्रि मेले की नीलामी करायी गयी थी. मत्स्य जीवी सहयोग समिति ने सर्वाधिक बोली लगायी थी.
लक्ष्मी नारायण पाठक ने आरटीआइ के तहत जिला सहकारिता पदाधिकारी से सूचना के अधिकार के तहत मत्सय जीवी सहयोग समिति के संबंध मे कई जानकारियां मांगी है. उन्होने जानकारी मांगी है कि क्या मत्स्यजीवी समिति वीरेंद्र प्रसाद पिता महावीर साव पता धर्मपुर के नाम से दर्ज है और इस समिति के कितने सदस्य हैं. श्री पाठक ने समिति के सभी सदस्यों का नाम व पता की अभिप्रमाणित प्रति की मांग की है.