
- स्कूल बंद तो मध्य भोजन भी बैंड भूखा पेट वापस घर लौटे स्कूली बच्चे
प्रेम कुमार साहू की रिपोर्ट,
गुमला/घाघरा:- प्रखंड के कसपोड़या गांव के ग्रामीणों ने राजकीयकृत उत्क्र. मध्य विद्यालय के शिक्षकों के ऊपर आरोप लगाया है की यहां के शिक्षक हमेशा स्कूल से गायब रहते हैं, जिससे बच्चों की पढ़ाई नहीं हो पाती है और बच्चों का भविष्य अंधकार मय हो गया है, साथ ही स्कूली बच्चों और ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि बच्चों के लिए बनाए जाने वाला भोजन भी मानक पैमाने पर खरा नहीं उतरता है और उसमें भी कमी पाई गई है भोजन भी तय माप से कम दिया जाता है जिससे बच्चे भरपेट भोजन भी नहीं कर पाते हैं।
शिक्षक समय से आते भी नही इसलिए बच्चे नहीं पढ़ पाते
ग्रामीणों ने बताया कि विद्यालय में दो शिक्षक हैं एक शिक्षक निरंजन कुमार साहू गुमला से आते हैं और एक शिक्षक शाहिद अंसारी लोहरदगा से आते हैं और कभी-कभी तो ऐसा होता है की शिक्षक आते ही नहीं है लोहरदगा और गुमला से आने में शिक्षकों को काफी समय लगता है जिससे वह समय से स्कूल नहीं पहुंचते हैं स्कूल आने के बाद छुट्टी से पहले ही दोनों शिक्षक अपने घर चले जाते हैं ऐसे लापरवाह शिक्षक के कारण हमारे गांव के बच्चे पढ़ने में काफी कमजोर होते जा रहे हैं और हम लोगों के पास इतने पैसे नहीं है कि हम लोग अपने बच्चों का नामांकन निजी स्कूलों में करा सकें।
पत्रकार पहुंचे स्कूल , स्कूल में लटका मिला ताला
ग्रामीणों की आरोप का सत्यता का जांच करने के लिए जब पत्रकार स्कूल पहुंचे तो उन्होंने देखा की स्कूल में ताला लटका हुआ है और वहां पर कोई शिक्षक नहीं है ग्रामीणों से पूछने पर पता चला की एक शिक्षक शाहिद अंसारी स्कूल आए हुए थे और बैठक में जा रहे हैं बोलकर स्कूल में ताला लगा कर चले गए और बच्चे भूखे घर वापस चले गए ।वही शिक्षक निरंजन कुमार साहू से पक्ष लेने के लिए दूरभाष से संपर्क किया गया पर निरंजन कुमार साहू ने फोन रिसीव नहीं किया