दिनेश यादव की रिपोर्ट,

पलामू:- जिले मुख्यालय अंतर्गत सतबरवा प्रखंड में प्रकृतिक का पर्व करमा धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर सतबरवा प्रखंड के विभिन्न पंचायत के प्रांगण में करमा पेड़ की डाली गाड़कर परंपरागत तरीके से बैगा पाहन द्वारा पूजा पाठ कराया गया। इस दौरान प्रकृति में प्राप्त नए उपजाए गए फल फूल एकत्रित कर पूजा की गई । बकोरिया सतबरवा राँकी खुदृ गांव में भी करमा पूजा समिति द्वारा कार्यक्रम का आयोजन कर करमा पूजा किया गया । लोग नृत्य कर रहे थे । इस दौरान ढोल मांदर के साथ महिला पुरुष एक से बढकर एक नृत्य का प्रदशन कर रहे थे। इस मौके पर प्रतिनिधियों ने कहा के करमा पूजा प्रकृति का पूजा है। इसे परंपरागत तरीके मनाने की आवश्यकता है। करमा पूजा समिति के ने कहा कि करमा पूजा में लोगों को एक साथ पूजा करने का मौका मिलता है । साथ ही लोगों को एक साथ मिलकर ढोल मांदर के साथ नृत्य संगीत कि कला का प्रदर्शन करने का मौका मिलता है।
सतबरवा प्रखंड के समाजसेवी आशीष कुमार सिन्हा ने कहा कि भाई-बहनों के प्रेम का मानक पर्व ‘करमा’ 25 सितंबर को है। इसकी पूजा के लिए सुहागिन बहनें अपने-अपने मायके भी पहुंचने लगी है। ये करमों की पूजा का पर्व है, जिसे भाई-बहन मिलकर करते हैं। ये पर्व मुख्य तौर से झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ में मनाया जाता है। ये पर्व भाद्रपद की एकादशी को मनाया जाता है।मौके पर राजू उरांव विजय उरांव उमेश उरांव गणेश उरांव वीरेंद्र उरांव निर्मल उरांव संगीता देवी कोमल देवी सहित काफी संख्या में लोग शामिल थे।